गोरखपुर में नहीं होगी सीनियर नेशनल हॉकी चैंपियनशिप, जानें-क्यों ? Gorakhpur News
वीर बहादुर सिंह स्पोट्र्स कालेज गोरखपुर में खेल सुविधाओं के अभाव के कारण इस बार गोरखपुर में सीनियर नेशनल हॉकी चैंपियनशिप का आयोजन नहीं हो सकेगा।
गोरखपुर, जेएनएन। सुविधाओं के अभाव में इस बार गोरखपुर में सीनियर नेशनल हॉकी चैंपियनशिप का आयोजन नहीं हो सकेगा। हॉकी उत्तर प्रदेश को मेजबानी मिलने के बाद गोरखपुर में यह आयोजन कराने की घोषणा की गई थी। लेकिन काफी प्रयासों के बाद भी स्थितियां आयोजन के अनुकूल नहीं मिलीं।
62 टीमों को आना था
वीर बहादुर सिंह स्पोट्र्स कालेज में एस्ट्रो टर्फ मैदान बन जाने के बाद भारत ए एवं फ्रांस ए महिला टीमों के बीच मैच होने के साथ ही गोरखपुर में बड़े आयोजनों के द्वार खुल गए थे। जब हॉकी इंडिया की ओर से 10वीं सीनियर नेशनल पुरुष हॉकी चैंपियनशिप की मेजबानी हॉकी उत्तर प्रदेश को दी गई तो हॉकी उत्तर प्रदेश की ओर से यह आयोजन गोरखपुर में कराने की घोषणा की गई। संघ की ओर से महासचिव डॉ. आरपी सिंह, उपाध्यक्ष धीरज सिंह हरीश ने यहां तैयारियों की समीक्षा की। 62 टीमों के करीब 800 खिलाड़ी व ऑफिशियल के ठहरने का इंतजाम करना था।
पवेलियन के अभाव में नहीं बन पाई बात
बड़ी संख्या में राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय खिलाडिय़ों को ठहराने की उचित व्यवस्था न मिलने पर एक पूल का मैच ही कराने की योजना बनी लेकिन मानक के अनुसार पवेलियन न होने के कारण आयोजन पर अंतिम मुहर नहीं लग सकी। स्पोट्र्स कालेज में एस्ट्रो टर्फ मैदान के पास पवेलियन बनाया जा रहा है। पांच करोड़ रुपये जारी किए जा चुके हैं, जल्द ही शेष रकम भी जारी हो जाएगी। बड़े आयोजन के लिए कम से कम चार चेंजिंग रूम होने चाहिए, जो यहां नहीं हैं। अब अगले साल यह आयोजन कराने की तैयारी है। उपाध्यक्ष धीरज सिंह हरीश ने बताया कि पवेलियन अभी निर्माणाधीन है, बन जाने के बाद आयोजन होगा। हॉकी इंडिया की वेबसाइट के अनुसार बी डिवीजन के मैच 12 से 25 जनवरी तक जबकि ए डिवीजन के मैच 23 जनवरी से दो फरवरी तक निर्धारित हैं।
गोरखपुर में आयोजन की काफी कोशिश हुई लेकिन पवेलियन निर्माणाधीन होने के कारण इस बार मैच कराना संभव नहीं हो पा रहा है। बड़े आयोजन के लिए कुछ न्यूनतम सुविधाएं जरूरी हैं। अगले साल तक स्पोट्र्स कालेज में पवेलियन बन जाएगा। हॉकी इंडिया से बात हुई है, अगली चैंपियनशिप गोरखपुर में होगी। - डॉ. आरपी सिंह, महासचिव, हॉकी उत्तर प्रदेश।