घरेलू ईंधन का हब बनेगा गोरखपुर, एक दिन में तैयार होंगे तीन हजार सिलेंडर Gorakhpur News
गोरखपुर में स्थापित इंडियन आयल के बाटलिंग प्लांट में एक घंटे में जहां 2880 सिलेंडर भरे जाएंगे वहीं एक दिन में तकरीबन तीस हजार सिलेंडर तैयार होंगे।
गोरखपुर, जेएनएन। गोरखपुर में स्थापित इंडियन आयल के बाटलिंग प्लांट में एक घंटे में जहां 2880 सिलेंडर भरे जाएंगे वहीं एक दिन में तकरीबन तीस हजार सिलेंडर तैयार होंगे। नवंबर से गोरखपुर समेत तीन मंडल के 11 जिलों में यहां से सिलेंडर की आपूर्ति शुरू हो जाएगी। यही नहीं प्लांट को 2022 तक गैस पाइप लाइन से भी जोड़ दिया जाएगा।
अफसरों ने बताया कि 2022 तक प्लांट गैस पाइप लाइन से जुड़ जाएगा। मशीनों की क्षमता के बारे में अफसरों ने बताया कि बाटङ्क्षलग प्लांट में गैस रीफिलिंग के लिए दो मशीनें लगी हैं। एक मशीन से एक घंटे में लगभग तीन हजार सिलेंडर तैयार होंगे। दोनों मशीनों के चलने पर यह दोगुना हो जाएगा। फिलहाल प्लांट पर अभी एलपीजी टैंकर से आएगा। आगे चलकर यह पाइप लाइन से जुड़ जाएगा। टैंकर से लगभग 1350 सिलेंडर तैयार हो जाएंगे।
आपूर्ति के बारे में अधिकारियों ने बताया कि यहां से गोरखपुर, बस्ती तथा देवीपाटन मंडल के 11 जिलों में नवंबर से सप्लाई की जाएगी। एक रिंग रोड भी बनाया जा रहा है। अभी सप्लाई न होने के सवाल पर मुख्य महाप्रबंधक यादवेंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि प्लांट शुरू करने से पहले उनकी जांच की जाएगी। पेट्रोलियम व विस्फोटक मानक संस्था की तरफ से निरीक्षण करके सुरक्षा मानकों की जांच होगी और प्रमाण पत्र मिलने के बाद आपूर्ति शुरू कराई जाएगी। 204 करोड़ रुपये की लागत से 38.5 एकड़ क्षेत्र में बने प्लांट से ढाई हजार लोगों को रोजगार मिलेगा। प्लांट को दो, पांच, 14.2, 19, 35 तथा 47.5 किलो की बाटलिंग के लिए डिजाइन किया गया है। निरीक्षण के दौरान अतिथियों ने रुद्राक्ष का पौधा भी लगाया। सांसद रवि किशन, राज्यमंत्री अश्वनी त्रिपाठी, विधायक शीतल पांडेय, ब्लाक प्रमुख राम प्रकाश शुक्ला, मदन मुरारी गुप्ता, परशुराम शुक्ला आदि उपस्थित रहे।
पूर्वांचल के 11 जिलों को होगी सप्लाई
बाटलिंग प्लांट का निरीक्षण करने के बाद मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री ने पत्रकारों से भी बातचीत की। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि गैस बाटिलिंग प्लांट से पूर्वांचल के 11 जिलों में रसोई गैस की उपलब्धता में सहूलियत होगी तथा जनता को सीधे लाभ मिलेगा। आने वाले समय में गोरखपुर के लोगों को पाइपलाइन से रसोई गैस दी जाएगी। उन्होंने कहा कि गीडा तथा बैतालपुर के प्लांट का एक साथ लोकार्पण किया गया और इसका और अधिक विस्तार किया जाएगा। पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि आने वाले दो वर्षों में गुजरात से गोरखपुर को एलपीजी पाइप लाइन मिल जाएगी। साथ ही उड़ीसा के पारादीप से मोतिहारी तक पहुंच चुकी एलपीजी पाइप लाइन से भी गोरखपुर से जोड़ा जाएगा। ऐसा होने से गोरखपुर घरेलू ईंधन का तीर्थस्थल बनेगा। भारत सरकार ने 2655 किमी लंबी जगदीशपुर-हल्दिया और बोकारो-धामरा प्राकृतिक गैस पाइपलाइन परियोजना शुरू की है जो पूर्वी भारत में प्रधानमंत्री ऊर्जा गंगा के नाम से जानी जाती है। 2020 तक इसे पूरा करना है।