Move to Jagran APP

Gorakhpur Weather News: आषाढ़ में जून जैसी तपिस, 36 डिग्री पहुंचा दिन का तापमान

Gorakhpur Weather News 07 July गोरखपुर में आषाढ़ में भी भीषण गर्मी पड़ रही है। यहां जुलाई माह का औसत न्यूनतम तापमान 25.9 डिग्री सेल्सियस है। गुरुवार सुबह के न्यूनतम तापमान में मामूली गिरावट आई है लेकिन लोगों को गर्मी से राहत नहीं मिल सकी।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Published: Thu, 07 Jul 2022 11:39 AM (IST)Updated: Thu, 07 Jul 2022 07:32 PM (IST)
Gorakhpur Weather News: आषाढ़ में जून जैसी तपिस, 36 डिग्री पहुंचा दिन का तापमान
गोरखपुर में आषाढ़ में भी भारी गर्मी पड़ रही है। - जागरण

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। Gorakhpur Weather News 07 July: आषाढ़ आम तौर पर झमाझम वर्षा के लिए जाना जाता है, लेकिन यहां आषाढ़ में पसीने के वर्षा हो रही है। पंखे की हवा में भी लोग पसीने से भीग जा रहे हैं। चटक धूप में लोगों का निकलना मुश्किल हो रहा है। दिन दहक रहा है और रात तप रही है। गर्मी से बेहाल लोग वर्षा की प्रतीक्षा कर रहे हैं। दिन में कई बार बादल छा रहे हैं, लेकिन वर्षा नहीं हो रही है। रात का तापमान 28 डिग्री सेल्सियस के करीब है।

loksabha election banner

आज ऐसा रहेगा मौसम

मौसम विभाग ने पूर्वानुमान जताया है कि गुरुवार को आंशिक रूप से बादल छाए रह सकते हैं। कुछ स्थानों पर बूंदाबांदी भी हो सकती है। दिन का अधिकतम तापमान 36 डिग्री सेल्सियस के करीब रह सकता है। गुरुवार सुबह के न्यूनतम तापमान में मामूली गिरावट आई है, लेकिन लोगों को गर्मी से राहत नहीं मिल सकी। सुबह का न्यूनतम तापमान 28.2 डिग्री सेल्सियस रहा। यह जुलाई के औसत से 2.3 डिग्री सेल्सियस अधिक है।

25.9 डिग्री सेल्सियस रहा न्यूनतम तापमान

बता दें जुलाई माह का औसत न्यूनतम तापमान 25.9 डिग्री सेल्सियस है। बुधवार को न्यूनतम तापमान 29.4 डिग्री सेल्सियस रहा। सुबह पंखे की हवा में भी लोग पसीने से तरबतर दिखे। दिन का अधिकतम तापमान 35.8 डिग्री सेल्सियस रहा। यह जुलाई के औसत तापमान से करीब तीन डिग्री सेल्सियस अधिक है। जुलाई का औसत अधिकतम तापमान 32.9 डिग्री सेल्सियस है। चार दिन पूर्व हुई वर्षा से किसानों ने रोपाई तेज कर दी थी, लेकिन अब चटक धूप से उनकी फसल फिर से मुरझाने लगी है। लोग अब वर्षा की प्रतीक्षा कर रहे हैं।

फसल को नुकसान की आशंका

किसानों का मानना है कि स्थिति यही रही तो उनकी फसलों को भारी नुकसान होगा। कैंपियरगंज, पिपराइच, सहजनवां, बांसगांव, बेलीपार, बड़हलगंज, चौरी चौरा क्षेत्र के तमाम किसान अभी भी अपने धान की रोपाई नहीं कर सकेे हैं। वह प्रतीक्षा कर रहे हैं कि वर्षा हो और अपने खेतों की रोपाई शुरू करें।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.