Gorakhpur Weather: सप्ताह भर बाद बढ़ेगी ठंड, जानें-कितना कम हो गया है तापमान
शनिवार सुबह हल्का कुहेसा छाया रहा। आज न्यूनतम तापमान 15 डिग्री सेल्सियस रहने का आसार है जबकि अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस रह सकता है। हवा उत्तर पूरब से दक्षिण पूरब की तरफ बह सकती है। इसकी गति 5 से 15 किलोमीटर प्रति घंटा हो सकती है।
गोरखपुर, जेएनएन। न्यूनतम व अधिकतम तापमान के बीच 15 डिग्री सेल्सियस का अंतर है। पुरूवा हवाओं के चलते इस समय दिन का अधिकतम तापमान 29 से 30 डिग्री सेल्सियस के करीब है। जबकि न्यूनतम तापमान 14 से 15 डिग्री सेल्सियस के करीब है। सप्ताह भर बाद पछुआ हवाओं के चलते ठंड बढ़ेगी।
शनिवार सुबह हल्का कुहेसा छाया रहा। आज न्यूनतम तापमान 15 डिग्री सेल्सियस रहने का आसार है, जबकि अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस रह सकता है। हवा उत्तर पूरब से दक्षिण पूरब की तरफ बह सकती है। इसकी गति 5 से 15 किलोमीटर प्रति घंटा हो सकती है। शुक्रवार को दिन का अधिकतम तापमान 30.0 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम 15.6 डिग्री सेल्सियस रहा । मौसम विशेषज्ञ कैलाश पाण्डेय का कहना है कि इस बार ठंड अधिक रह सकती है। सप्ताह भर बाद पछुआ हवाओं के चलने के कारण तापमान में गिरावट देखने को मिलेगी।
सप्ताह भर से न्यूनतम तापमान 15 डिग्री व अधिकतम 30 डिग्री
सप्ताह भर से न्यूनतम तापमान 15 डिग्री के करीब है, जबकि अधिकतम 30 डिग्री के करीब।
सात दिनों का न्यूनतम तापमान
शनिवार 14.4
रविवार 15.0
सोमवार। 15.0
मंगलवार। 14.4
बुधवार 15.0
गुरुवार 15.2
शुक्रवार 15.6
नवंबर को औसत तापमान
अधिकतम तापमान- 29.9 डिग्री सेल्सियस
न्यूनतम तापमान- 14.9 डिग्री सेल्सियस
औसत वर्षा- 2.2 मिलीमीटर
बढ़ते प्रदूषण के चलते दिख रहा वायुमंडलीय परिवर्तिन
मौसम विशेषज्ञ कैलाश पाण्डेय का कहना है कि प्रदूषण बढऩे के कारण लोगों को इस समय वायुमंडलीय परिवर्तन देखने को मिल रहा है। वातावरण में नमी है। सुबह नमी रह रही है। उन्होंने उद्योगों के चालू होने व वाहनों के अधिकाधिक प्रयोग होने से प्रदूषण का स्तर भी बढ़ रहा है। शुक्रवार शाम पांच बजे का वायु शुद्धता सूचकांक 152 माइक्रो ग्राम घन मीटर रहा। इस स्थिति में बुजुर्ग, बच्चे, हृदय रोगी को सांस लेने में थोड़ी तकलीफ होगी। फेफड़ों के लिए यह हवा शुद्ध नहीं है।
लगातार बढ़ रहा वायु शुद्धता सूचकांक
मौसम विशेषज्ञ के मुताबिक वाहनों के अधिकाधिक प्रयोग के कारण लगातार वायु शुद्धता का सूचकांक बढ़ रहा है। 100 माइक्रो घन मीटर नीचे की हवा फेफड़ों के लिए शुद्ध मानी जाती है। पर्व के चलते बाजार में लोगों की आवाजाही बढ़ी है। ऐसे में लोगों को अधिक से अधिक सावधानी बरतनी चाहिए।