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बारिश में खुली गोरखपुर-वाराणसी हाइवे के निर्माण की पोल, आमी ताल में धंसकर फट गया 40 मीटर लंबा हिस्सा

गोरखपुर-वाराणसी राष्ट्रीय राजमार्ग का निर्माण अक्सर चर्चा में बना रहता है। कभी निर्माण कार्य में देरी को लेकर तो कभी निर्माण करने वाली संस्थाओं की लापरवाही को लेकर। इसी बीच दो दिन की बारिश में इसके निर्माण की सच्चाई उजागर हो गई है।

By Jagran NewsEdited By: Pragati ChandPublished: Fri, 07 Oct 2022 11:09 AM (IST)Updated: Fri, 07 Oct 2022 11:09 AM (IST)
बारिश में खुली गोरखपुर-वाराणसी हाइवे के निर्माण की पोल, आमी ताल में धंसकर फट गया 40 मीटर लंबा हिस्सा
गोरखपुर- वाराणसी राष्ट्रीय राजमार्ग धंसकर फटा। -जागरण

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। गोरखपुर-वाराणसी राष्ट्रीय राजमार्ग के निर्माण में बरती गई लापरवाही दो दिन हुई लगातार वर्षा में उजागर हो गई है। कौड़ीराम -कसिहार के बीच बिजरा पुल के पास लगभग 40 मीटर लंबाई में नवनिर्मित फोरलेन धंसकर फट गई है। निगरानी करने वाले भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) के अफसर भी सवालों के घेरे में आ गए हैं। फिलहाल रूट डायवर्ट कर लीपापोती के लिए सड़क की मरम्मत शुरू करा दी गई है।

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मुख्यमंत्री योगी के हस्तक्षेप पर तेज हुआ निर्माण कार्य

इस सड़क के निर्माण में शुरू से ही लापरवाही बरती गई। कार्यदायी संस्था जेपी एसोसिएट ने तय समय में कार्य पूरा नहीं किया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हस्तक्षेप के बाद निर्माण में तेजी आई लेकिन एनएचआइ अपनी जिम्मेदारी पर खरा नहीं उतरा। वह निगरानी का दिखावा करता रहा और उसकी आंख के सामने कार्यदायी संस्था ने अधोमानक कार्य कराना शुरू कर दिया। पहले भी सड़क के कुछ हिस्से को अधोमानक बनाया गया था, पकड़ में आने के बाद उसे तोड़कर नए सिरे से बनवाया गया। अब सड़क धंसने का मामला सामने आने लगा। हल्की बारिश ने ही गुणवत्ता की पोल खोलकर दी है। इस सड़क का निर्माण अप्रैल 2017 में शुरू हुआ। इसे अक्टूबर 2019 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया था। इस अवधि में मात्र 35 प्रतिशत काम ही हो पाया था। एनएचएआइ ने नाराजगी जताते हुए निर्माण एजेंसी जेपी एसोसिएट को खरी-खोटी सुनाई थी। इसके बाद निर्माण की अवधि दिसंबर 2020 तय की गई लेकिन 2022 में भी अभी लगभग 10 प्रतिशत काम अधूरा है।

यात्रियों की मुसीबत बढ़ी

धंसी हुई सड़क के पास रूट डायवर्ट कर देने से यात्रियों की मुसीबत बढ़ गई है। जाम लग रहा है। कुछ वाहन जाम से बचने के लिए महावीर छपरा से सीधे बांसगांव निकल रहे हैं। जाम की वजह से कौड़ीराम से गोरखपुर की 30 किमी दूरी अब एक घंटे की बजाय ढाई घंटे में तय हो रही है।

क्या कहते हैं अधिकारी

एनएचएआइ के तकनीकी प्रबंधक जीके राव ने बताया कि सड़क धंस गई है। इसकी जांच कराई जाएगी। मरम्मत शुरू करा दी गई है। यात्रियों की सुविधा के लिए रूट डायवर्ट कर दिया गया है। शुक्रवार तक सड़क ठीक कराकर आवागमन चालू करा दिया जाएगा।


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