DDU Gorakhpur के छात्रावास खाली कराने से भड़के छात्रों ने गोरखनाथ मंदिर में की शिकायत, मारपीट के बाद कमरों में लगाई गई थी आग
गोरखपुर विश्वविद्यालय के छात्रावासों में बुधवार की रात छात्रों के दो गुटों में मारपीट व फायरिंग हुई थी। इस दौरान नाथ चंद्रावात और संतकबीर छात्रावास के कमरों में छात्रों ने आग लगाई थी। इसके बाद शुक्रवार को विश्वविद्यालय प्रशासन ने पुलिस की मौजूदगी में छात्रावास खाली करा रही।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय (DDU Gorakhpur) के छात्रावास छात्रों से खाली कराए जा रहे हैं। इसे लेकर छात्रों में आक्रोश है। छात्रों का कहना है कि छात्रावास खाली होने से वह अचानक कहां जाएंगे। छात्रों ने इसे लेकर शुक्रवार की सुबह करीब 11 बजे गोरखनाथ मंदिर प्रशासन से इसकी शिकायत की है।
छात्रावासों के कमरे में लगाई आग
विश्वविद्यालय के छात्र हिमांशु सिंह व यशपाल सिंह छात्रसंघ चुनाव लड़ने की तैयारी में है। दोनों छात्रावास के कमरों में कब्जा करके रहते हैं। दोनों के बीच आए-दिन मनमुटाव होता है। बुधवार रात किसी बात को लेकर दोनों में विवाद हो गया था। बात बढ़ने पर दोनों के बीच मारपीट हो गई। इसी बीच किसी ने नाथ चंद्रावत छात्रावास के एक कमरे में आग लगा दी। वहां पर मौजूद विश्वविद्यालय कर्मचारियों ने किसी तरह से आग पर काबू पाया। इसी बीच संतकबीर छात्रावास के एक कमरे में भी आग लगा दी। इस दौरान बदमाशों ने दहशत फैलाने के लिए तीन राउंड फायरिंग भी किया। इसे लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन ने तहरीर दिया था।
गोरखनाथ मंदिर प्रशासन से की शिकायत
पुलिस ने तहरीर के आधार पर हिमांशु व यशपाल के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया था। विश्वविद्यालय प्रशासन ने आरोप लगाया कि छात्रावास में बाहरी लोग आ गए हैं। शुक्रवार सुबह उनसे पुलिस की मदद से नाथ चंद्रावत छात्रावास खाली कराने लगी। इससे नाराज होकर छात्र गोरखनाथ मंदिर में शिकायत करने के लिए निकल गए। तरंग रेलवे क्रासिंग के पास पुलिस ने उग्र छात्रों को रोका भी। बाद में वह किसी तरह से गोरखनाथ मंदिर पहुंचे और मंदिर प्रशासन से अपनी शिकायत की।
क्या कहती है पुलिस
प्रभारी निरीक्षक गोरखनाथ दुर्गेश कुमार सिंह ने बताया कि छात्रों ने मंदिर में छात्रावास खाली कराने को लेकर शिकायत की है। प्रभारी निरीक्षक कैंट शशिभूषण राय ने बताया कि छात्रावास विश्वविद्यालय प्रशासन ने खाली कराया है। पुलिस तो सिर्फ सहयोग के लिए वहां खड़ी थी।