गोरखपुर विश्वविद्यालय में परीक्षा समाप्त होते ही घोषित होगा परीक्षाफल, परीक्षा के साथ ही शुरू हुआ मूल्यांकन
Gorakhpur university exam 2022 गोरखपुर विश्वविद्यालय का सत्र नियमित करने के लिए परीक्षा के साथ ही कापियों का मूल्यांकन भी शुरूहो गया है। इसके लिए कुल पांच केंद्र बनाए गए हैं। विश्वविद्यालय प्रशासन परीक्षा समाप्त होते ही परीक्षा परिणाम घोषित करने की तैयारी कर रहा है।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। कोरोना संक्रमण के चलते देर हुए सत्र को नियमित करने के लिए दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय ने सेमेस्टर परीक्षा के आयोजन के साथ-साथ कापियों के मूल्यांकन की न केवल योजना बनाई है बल्कि उसका कार्यान्वयन भी सुनिश्चित कर दिया है। एक तरफ परीक्षा चल रही है तो दूसरी ओर कापियों के मूल्यांकन की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है। परीक्षा समाप्त होने के तत्काल बाद परिणाम घोषित करके मार्च में वार्षिक और जुलाई में द्वितीय सेमेस्टर की परीक्षा कराने की विश्वविद्यालय की तैयारी है।
सत्र को नियमित करने को विश्वविद्यालय प्रशासन ने उठाया कदम
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राजेश सिंह के मुताबिक राज्य के कई विश्वविद्यालयों ने सेमेस्टर परीक्षाएं स्थगित कर दी है पर गोरखपुर विश्वविद्यालय छात्रहित काे ध्यान में रखकर अपनी परीक्षाएं आयोजित कर रहा है। योजना के मुताबिक 24 फरवरी तक स्नातक एवं परास्नातक प्रथम सेमेस्टर की सभी परीक्षाएं सम्पन्न करा ली जाएंगी। जल्द से जल्द परिणाम भी घोषित कर दिया जाएगा। उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन के लिए कोडिंग शुरू कर दी गई है। इन परीक्षाओं के बाद स्नातक द्वितीय तथा तृतीय वर्ष की वार्षिक परीक्षाएं भी मार्च में शुरू होंगी। इसकी तैयारी भी शुरू कर दी गई है। जून तक उसका परिणाम भी घोषित कर दिया जाएगा। इसके अलावा जुलाई में द्वितीय सेमेस्टर की परीक्षाएं शुरू करा दी जाएगी। कुलपति का कहना है कि परीक्षाएं समय से हो जाएंगी तो प्रवेश की प्रक्रिया भी समय से पूरी कर ली जाएगी।
बनाए गए हैं पांच मूल्यांकन केंद्र
स्नातक व परास्नातक की सेमेस्टर परीक्षा की कापियों के मूल्यांकन के लिए कुल पांच केंद्र बनाए गए हैं। विश्वविद्यालय में कला, विज्ञान, वाणिज्य व अन्य विषय के लिए अलग-अलग केंद्र बनाए गए हैं। इसके अलावा बीआरडी पीजी कालेज, देवरिया तथा बुद्धा पीजी कालेज, कुशीनगर को मूल्यांकन का केंद्र बनाया गया है।
सक्रिय किया गया लाइव ट्रेकिंग एप
सीबीसीएस (च्चायस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम) के तहत दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में पहली बार हो रही स्नातक और परास्नातक की पहले सेमेस्टर की परीक्षाओं को शुचिता के साथ सम्पन्न कराने के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन एक नई व्यवस्था शुरू करने जा रहा है। इस व्यवस्था के तहत नकल रोकने के लिए गठित फ्लाइंग स्क्वाड परीक्षा संबधित परीक्षा केंद्र पर पहुंचने पर वीडियो कांन्फ्रेंसिंग के जरिए विश्वविद्यालय के आनलाइन सेल से जुड़ेगा। ऐसा करते ही फ्लाइंग स्क्वाड सेल के लाइव ट्रैकिंग एप से भी जुड़ जाएगा।