यूपी में स्कूलों में जाएंगे परिवहन अधिकारी, नया अभियान शुरू होने से अब कई लोगों की लगेगी क्लास
गोरखपुर में आरएसपी स्कूल बस दुर्घटना के बाद परिवहन विभाग अनफिट स्कूल वाहनों के खिलाफ सख्त हो गया है। स्कूलों में वाहनों की जांच की जाएगी और अनियमितता पाए जाने पर तत्काल कार्रवाई होगी। शिक्षा विभाग की उदासीनता के चलते विद्यालय यान परिवहन सुरक्षा समिति की बैठकें नहीं हो रही हैं जिससे स्कूल प्रबंधन मनमाने ढंग से वाहन चला रहे हैं। जांच के लिए अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है।

जागरण संवाददाता, गोरखपुर। आरएसपी स्कूल की बस दुर्घटना के बाद परिवहन विभाग ने अनधिकृत रूप से चल रहे अनफिट स्कूल वाहनों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है। अब परिवहन विभाग के अधिकारी स्कूलों में पहुंचकर वाहनों की जांच-पड़ताल करेंगे।
इस दौरान नंबर प्लेट ही नहीं, चेसिस नंबरों की भी जांच होगी। अनियमितता पर मौके पर ही कार्रवाई सुनिश्चित कर दी जाएगी। परिवहन विभाग ने गोला, खजनी, सिकरीगंज और बड़हलगंज में एक सप्ताह सघन जांच अभियान चलाने व कार्रवाई के लिए दिशा-निर्देश जारी कर दिया है।
साथ ही कहा है कि कार्रवाई के दौरान सीज (बंद) स्कूल वाहन, विद्यालय यान परिवहन सुरक्षा समिति की बैठक का कार्यवृत्त उपलब्ध होने के बाद ही छोड़े जाएंगे। वाहन दुर्घटना होने पर स्कूल प्रबंधन भी जिम्मेदार होंगे। उनके खिलाफ भी नियमानुसार कार्रवाई होगी।
दरअसल, शिक्षा विभाग विद्यालय यान परिवहन सुरक्षा समिति की बैठक को लेकर उदासीन बना हुआ है। जबकि, नई व्यवस्था के अंतर्गत प्रत्येक तीन माह पर विद्यालय स्तर पर प्रधानाचार्य की अध्यक्षता में एक बैठक अनिवार्य है, जिसमें प्रधानाचार्य द्वारा नामित खंड शिक्षा अधिकारी, नायब तहसीलदार और पुलिस उप निरीक्षक की सहभागिता भी होती है।
बैठक में स्कूल में चलने वाले वाहनों के बारे में विस्तार से चर्चा की जाती है। स्कूल वाहन का पंजीकरण, परमिट, फिटनेस, बीमा और सुरक्षा मानकों की जांच कर उसे दुरुस्त कराया जाता है। बैठक का कार्यवृत्त तैयार कर संबंधित विभागों को उपलब्ध कराना होता है।
लेकिन, शासन के निर्देश और परिवहन विभाग की चिट्ठी के बाद भी स्कूलों में बैठकें नहीं हो रही हैं। स्कूलों और शिक्षा विभाग ने बैठक के लिए संबंधित अधिकारियों व कर्मियों की टीम तक गठित नहीं की है। संबंधित उच्च अधिकारी भी संज्ञान नहीं ले रहे हैं।
अनफिट स्कूल वाहनों की सूची उपलब्ध कराने के बाद भी न बैठक हो रही और न ही कार्रवाई की जा रही है। स्कूल प्रबंधन मनमाने ढंग से वाहन संचालित कर रहे हैं। संभागीय परिवहन अधिकारी (प्रवर्तन) संजय कुमार झा बताते हैं कि दस जुलाई को स्कूल वाहनों का फिटनेस कराए जाने के लेकर संयुक्त शिक्षा निदेशक सप्तम मंडल, गोरखपुर (जेडी) को पत्र लिखा गया था।
इसके बाद भी अनफिट स्कूल बसों के खिलाफ न कोई कार्रवाई हुई और न ही विद्यालय यान परिवहन सुरक्षा समिति बैठकें आयोजित की गईं। 29 जुलाई को पुलिस अधीक्षक (यातायात) को भी फिटनेस समाप्त स्कूल वाहनों की थानावार सूची उपलब्ध कराई गई।
17 दूरस्थ थाना क्षेत्रों (सहजनवां, बेलीपार, खजनी, सिकरीगंज, उरुवा, गोला, बेलघाट, बासगांव, कैम्पियरगंज, पीपीगंज, गुलहरिया, चिलुआताल, चौरी चौरा, झंगहा, पिपराईच, बड़हलगंज एवं गगहा) में स्थित विद्यालयों में संचालित स्कूल वाहनों की जांच के लिए अधिकारियों की ड्यूटी थानावार लगाई गई है। स्कूल वाहनों की जांच के लिए बुधवार और शुक्रवार को परिवहन विभाग के अधिकारियों की ड्यूटी लगा दी गई है।
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