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Gorakhpur News: उपद्रव के बाद भी गंभीर नहीं थी पुलिस, एसएसपी ने गोला थानेदार को किया निलंबित

Gorakhpur Hindi News गोरखपुर जिले के गोला इलाके में हुए उपद्रव के दौरान थानेदार मात्र दो सिपाहियों के भरोसे निश्चिंत हो गए थे। वहीं पुलिस के गांव में जाने के बाद भी मनबढ़ों ने बाइक व साइकिलों को फूंक दिया।

By Pragati ChandEdited By: Published: Tue, 17 May 2022 04:12 PM (IST)Updated: Tue, 17 May 2022 04:12 PM (IST)
Gorakhpur News: उपद्रव के बाद भी गंभीर नहीं थी पुलिस, एसएसपी ने गोला थानेदार को किया निलंबित
एसएसपी ने गोला थानेदार को किया निलंबित। (प्रतीकात्मक तस्वीर)

गोरखपुर, जागरण टीम। गोरखपुर जिले के गोला के नरायनपुर खुर्द में उपद्रव के बाद भी पुलिस गंभीर नहीं हुई थी। घटना के बाद पुलिस मात्र दो सिपाही के भरोसे निश्चिंत हो गई थी। इसका नतीजा रहा है कि पुलिस की मौजूदगी में भी मनबढ़ों ने एक बाइक व दो साइकिलों को फूंक दिया। कार में तोड़फोड़ की। रविवार की रात एसएसपी डा. विपिन कुमार ताडा खुद घटनास्थल पर पहुंचे। घटना के संबंध में उन्हें एक-एक बिंदु की जानकारी हुई। यहां तक कि एसएसपी ने थाने पर पहुंच कर कई अभिलेखों का भी निरीक्षण किया।

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पता चला कि थाने के एक दारोगा से आठ दिनों से कोई काम ही नहीं लिया गया है। इसके अलावा कई दारोगा को एक साथ छुट्टी दे दी गई थी। एसएसपी ने इसके लिए थानेदार को सीधे तौर पर जिम्मेदार माना और उन्हें तत्काल निलंबित कर दिया। उनके स्थान पर निरीक्षक जयंत सिंह को गोला का नया थानेदार बनाया गया है।

ये है मामला: शनिवार की रात नरायनपुर खुर्द की अनुसूचित बस्ती में सफाईकर्मी अवधेश के घर बारात आई थी। इसमें आपत्तिजनक गाना बजने का विरोध करने पर करीब 100-150 लोगों ने ब्राह्मण समुदाय के लोगों पर हमला कर दिया। इसमें तीन व्यक्तियों को चोटें आईं। तीनों की स्थिति अभी भी गंभीर है।

चौकसी के बजाय एक स्थान पर बैठकर गप्पें लड़ा रही थी पुलिस: घटना के दूसरे दिन पुलिस अधीक्षक दक्षिणी के निर्देश पर मौके पर गोला के अलावा बेलघाट व बांसगांव पुलिस को भी भेजा गया था। पुलिस अधीक्षक दक्षिणी एके सिंह जब घटनास्थल का निरीक्षण करने पहुंचे तो वहां गांव में चौकसी करने के बजाय पुलिस कर्मी एक ही स्थान पर गप्पें लड़ाती दिखी थी। आरोपित व पीड़ित का घर एक-दूसरे से करीब दो सौ मीटर की दूरी पर है। पुलिस अधिकारियों का मानना है। घटना के बाद कभी भी दोनों पक्ष आक्रामक हो सकते थे। ऐसे में पुलिस की एक टुकड़ी आरोपित के घर, दूसरी पीड़ितों के घर और तीसरी गांव के बीच में लगाना चाहिए था।

एकतरफा कार्रवाई का आरोप लगा रहे ब्राह्मण: गांव के ब्राह्मण टोला के लोग पुलिस पर एकतरफा कार्रवाई का आरोप लगा रहे हैं। उनका कहना है कि विप्र समुदाय के लोगों की पिटाई हुई। उनके घर में तोड़फोड़ हुई। बावजूद इसके कुछ अधिकारियों के दबाव में उन्हीं पर पुलिस ने गंभीर धाराएं लगाई हैं। इंटरनेट मीडिया पर वह क्षेत्राधिकारी की निष्पक्षता पर भी सवाल उठा रहे हैं।

भाजपा नेताओं ने गांव का किया दौरा: भाजपा नेता राजू पाण्डेय, आचार्य वेद प्रकाश, भाजयुमो जिलाध्यक्ष नीरज कुमार दूबे, मनोज तिवारी, हिन्दू युवा वाहनी के जिला उपाध्यक्ष रतन प्रकाश दूबे आदि ने घटनास्थल का दौरा कर पीड़ित पक्ष को न्याय दिलाने का आश्वासन दिया है।


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