गोरखपुर में अपनी कार्यशैली से चर्चित हुए एसएसपी डा. विपिन ताडा, आम लोगों में बनाई पुलिस की अच्छी छवि
Gorakhpur SSP Dr Vipin Tada गोरखपुर के एसएसपी रहे डा विपिन ताडा जब तक गोरखपुर में रहे बदमाशों के लिए खौफ का पर्याय रहे। उनके गोरखपुर आते ही कई बदमाश गिरफ्तार हुए और कई का मुठभेड़ हुआ। करीब एक साल रहने के बाद उनका गोरखपुर से स्थानांतरण हो गया।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। Gorakhpur SSP Dr Vipin Tada: गोरखपुर में 10 माह 24 दिन के कार्यकाल में ही डा. विपिन ताडा आम जन में लोकप्रिय हो गए। बदमाशों पर शिकंजा कसने के साथ ही आमजन को त्वरित न्याय दिलाने के लिए थानों में चौपाल व पुलिस लाइन में जनसुनवाई शुरु की। ईगल सेल का गठन का नौकरी व विदेश भेजने के नाम पर ठगी करने वालों को जेल भेजा।
जिले में आते ही एक लाख का इनामी विजय मुठभेड़ में हुआ था ढेर
डा. विपिन ताडा ने आठ अगस्त 2021 को जिले में बतौर एसएसपी कार्यभार ग्रहण किया। एक माह के भीतर ही चर्चित रहे काजल हत्याकांड के मुख्य आरोपित व एक लाख रुपये का इनामी विजय प्रजापति को पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया। इसके बाद शुरू हुआ अभियान रुका नहीं। मुठभेड़ में घायल हुए बदमाशों की संख्या जेल में इतनी बढ़ गई कि उनके लिए अलग बैरक (छेदहिया बैरक) खोलनी पड़ी।
50 से अधिक इंस्पेक्टर, दारोगा व सिपाहियों पर हुई कार्रवाई
अपराध की रोकथाम के लिए सुनियोजित तरीके से थानों का निरीक्षण कर लम्बित विवेचनाओं के निस्तारण कराया। वाट्सएप पर आने वाली शिकायतों पर त्वरित कार्रवाई शुरू की। भ्रष्टाचार व फरियादियों से दुर्व्यहार करने वाले पुलिसकर्मियों को चिन्हित कर उनके खिलाफ सिलसिलेवार कार्रवाई शुरु की। उनके कार्यकाल में 50 से अधिक इंस्पेक्टर, दारोगा व सिपाही लापरवाही व अनियमितता में लिप्त मिलने पर निलंबित/लाइन हाजिर हुए।
मनीष हत्याकांड में हुई थी फजीहत
डा. विपिन ताडा ने जब कार्यभार संभाला उसके एक महीने बाद ही गोरखपुर के होटल में एक कानपुर के व्यापारी की हत्या हो गई। व्यापारी की हत्या का आरोप पुलिसकर्मियों पर लगा। इस मामले में देश भर से लोगों की पुलिस के प्रति तीखी प्रतिक्रिया आई। ये मामला डा. । विपिन ताडा के लिए बड़ी चुनौती बनकर सामने आया था। इसमे पुलिस विभाग की बहुत फजीहत हुई थी। हलांकि इसके बाद इस केस में डा. विपिन ताडा ने काफी सक्रियता दिखाई और इसके सभी आरोपी पकड़े गए।
नए एसएसपी भी हैं सख्त
गोरखपुर के नवागत एसएसपी गौरव ग्रोवर पंजाब लुधियाना के रहने वाले हैं। गौरव ग्रोवर 21 फरवरी 2020 को मथुरा का एसएसपी बनाया गया। वे करीब ढाई साल तक मथुरा रहे। इस दौरान दो साल का कोरोना काल भी रहा। गौरव ग्रोवर 2013 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। आईपीएस बनने से पहले वह पंजाब में एमबीबीएस डाक्टर थे।