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गोरखपुर : फर्जी शस्‍त्र लाइसेंस बनवाने वाला सपा नेता गिरफ्तार Gorakhpur News

फर्जी शस्त्र लाइसेंस बनवाने वाले सपा नेता मोहम्मद आजम व पूर्व असलहा बाबू विजय प्रकाश श्रीवास्तव को कैंट पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Published: Sun, 22 Sep 2019 11:10 AM (IST)Updated: Sun, 22 Sep 2019 11:10 AM (IST)
गोरखपुर : फर्जी शस्‍त्र लाइसेंस बनवाने वाला सपा नेता गिरफ्तार Gorakhpur News
गोरखपुर : फर्जी शस्‍त्र लाइसेंस बनवाने वाला सपा नेता गिरफ्तार Gorakhpur News

गोरखपुर, जेएनएन। फर्जी शस्त्र लाइसेंस बनवाने वाले सपा नेता मोहम्मद आजम व पूर्व असलहा बाबू विजय प्रकाश श्रीवास्तव को कैंट पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। आजम के पास से फर्जी लाइसेंस और पिस्टल मिली है। विजय प्रकाश के पास से कोई लाइसेंस या असलहा नहीं मिला। पटल प्रभारी रहने के दौरान उसने खुद का फर्जी लाइसेंस बनाया था। मजिस्ट्रेटी जांच में इसकी पुष्टि हुई थी।

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पद पर रहते हुए बनाया था खुद का फर्जी लाइसेंस

एसआइटी प्रभारी/एएसपी रोहन प्रमोद बोत्रे ने बताया कि कोतवाली के धम्माल मोहल्ला निवासी मोहम्मद आजम लारी और न्यू शाहपुर कॉलोनी निवासी विजय प्रकाश श्रीवास्तव का नाम पुलिस की जांच में सामने आया था। असलहा बाबू के पद पर रहने के दौरान विजय प्रकाश ने खुद का फर्जी लाइसेंस बनाया था और असलहा भी खरीदा था, जिसका चार बार नवीनीकरण भी कराया गया था। पूछताछ में उसने लाइसेंस और असलहे के बारे में जानकारी नहीं दी। विजय के नाम दर्ज लाइसेंस के नंबर पर रेलवे डेयरी कॉलोनी निवासी जावेद का पिस्टल लाइसेंस जारी हुआ है।

समाजवादी छात्रसभा का पूर्व अध्‍यक्ष रह चुका है आजम

समाजवादी छात्रसभा के पूर्व जिलाध्यक्ष मोहम्मद आजम ने मियां बाजार निवासी भोलानाथ चौहान का लाइसेंस नंबर इस्तेमाल कर फर्जी लाइसेंस बनवाया था। एएसपी ने बताया कि मुखबिर की सूचना पर आजम को पुलिस लाइंस के पास और विजय को यातायात तिराहे के पास से गिरफ्तार किया गया। दोपहर बाद दोनों को कोर्ट में पेश किया गया जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।

फर्जी शस्त्र लाइसेंस प्रकरण में अब तक कार्रवाई

14 अगस्त : आयुध लिपिक राम सिंह ने मुकदमा दर्ज कराया

15 अगस्त : पुलिस ने गोरखनाथ के नामजद आरोपी तनवीर को जेल भेजा।

23 अगस्त : प्रापर्टी डीलर विजय प्रताप गिरफ्तार हुआ।

26 अगस्त : गोपी उर्फ शमशेर और विकास तिवारी पकड़े गए।

28 अगस्त : ढाबा संचालक प्रणय प्रताप और प्रापर्टी डीलर शमशाद जेल गए।

29 अगस्त : रवि आम्र्स कारपोरेशन का संचालक रवि पांडेय पुलिस के हत्थे चढ़ा।

05 सितंबर : असलहा बाबू रामसिंह, अशोक गुप्ता और संविदा कर्मचारी अजय गिरी को पुलिस ने गिरफ्तार किया। 

12 सितंबर : रवि पांडेय व विजय प्रताप को कैंट पुलिस ने रिमांड पर लिया।

शुरू हुआ शस्त्र अनुभाग में काम

कलेक्ट्रेट के शस्त्र अनुभाग में करीब एक महीने बाद शनिवार को काम शुरू हो गया। हालांकि ज्वाइंट मजिस्ट्रेट के अवकाश पर होने के कारण अनुभाग का ताला नहीं खुल सका, लेकिन असलहा बाबू ने अपने टेबल से काम शुरू किया। पहले दिन शस्त्र खरीदने के लिए तीन महीने की तिथि बढ़ाने के संबंध में पहला आवेदन आया। आधा दर्जन आवेदन नवीनीकरण के भी आए। एडीएम सिटी राकेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि ज्वाइंट मजिस्ट्रेट के अवकाश पर होने के कारण अनुभाग का ताला तो नहीं खुला नहीं लेकिन काम शुरू हो गया है। सोमवार को शस्त्र लाइसेंस का काम पूरी तरह से शुरू हो जाएगा।

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