सपा नेता जफर अमीन डक्कू पर दुष्कर्म का मुकदमा, बेदाग होने तक राजनीति से दूर रहने की घोषणा Gorakhpur News
गोरखपुर में एक महिला की शिकायत पर कोर्ट ने सपा के वरिष्ठ नेता जफर अमीन डक्कू समेत चार पर दुष्कर्म व छेडख़ानी का मुकदमा दर्ज करने का निर्देश दिया है। सपा नेता ने अपने ऊपर लगे आरोपों को पूर्वाग्रह से ग्रसित बताया है।
गोरखपुर, जेएनएन। गोरखपुर कोतवाली पुलिस ने सपा नेता जफर अमीन डक्कू समेत चार खिलाफ दुष्कर्म, छेडख़ानी, जान से मारने की धमकी देने का केस दर्ज किया है। महिला के प्रार्थना पत्र पर कोर्ट ने मुकदमा दर्ज कर जांच करने का आदेश दिया था। उधर, मुकदमा दर्ज होने के बाद सपा नेता का आरोप है कि मकान के बंटवारे को लेकर चल रही पेशबंदी में उनके खिलाफ झूठा मुकदमा दर्ज कराया गया है।
कोर्ट के आदेश पर दर्ज हुआ मुकदमा
इस्माइलपुर की रहने वाली महिला ने कोर्ट में प्रार्थना पत्र देकर बताया था कि ससुर की मौत से पहले उनके पति और अन्य भाइयों के बीच पुश्तैन मकान का बंटवारा हो गया था। अपने परिवार के साथ सभी लोग अलग रहते हैं। उनके पति का एक भाई अदनान की शादी नहीं हुई है। 14 जनवरी 2020 को उसके पति कही बाहर गए हुए थे। वह नहाने के बाद कमरे में कपड़ा बदल रही थी। इसी दौरान कमरे में पहुंचे अदनान ने उसको पकड़ कर दुष्कर्म का प्रयास किया। शोर मचाने पर जानमाल की धमकी देने लगा। इस बीच अदनान का भाई रेहान, बहन शाइस्ता अपने सहयोगी सपा नेता जफर अमीन डक्कू के साथ पहुंच गए। सभी लोग अदनान की मदद करने लगे। किसी तरह उसने खुद को बचाया।
पुलिस ने दर्ज नहीं किया मुकदमा
महिला ने कोर्ट को बताया कि घटना की जानकारी उसने कोतवाली पुलिस को दी लेकिन केस दर्ज नहीं हुआ। प्रभारी निरीक्षक कोतवाली जयदीप वर्मा ने बताया कि कोर्ट के आदेश पर केस दर्ज कर जांच की जा रही है। साक्ष्य के आधार पर कार्रवाई होगी।
बेदाग साबित होने तक डक्कू ने की सक्रिय राजनीति से दूर रहने की घोषणा
जफर अमीन डक्कू ने सक्रिय राजनीति से दूर रहने की घोषणा की है। उन्होंने कहा है कि छवि खराब करने के लिए साजिश के तहत उनके विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया गया है। खुद को बेदाग साबित के बाद ही वह सक्रिय राजनीति में वापसी करेंगे। प्रेस विज्ञप्ति जारी कर सपा नेता ने कहा कि 1984 से वह राजनीति में हैं। 1989 में पार्षद चुने गए थे। 1991 में शहर विधानसभा क्षेत्र और 2012 में ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ चुके हैं। 36 वर्ष के राजनीतिक जीवन में कभी उन पर दाग नहीं लगा। उनकी छवि साफ-सुथरे नेता की रही। अपनी पार्टी के एक पूर्व पदाधिकारी पर छवि खराब करने की साजिश रचने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि जब तक खुद को बेदाग नहीं साबित कर लूंगा तब न तो पार्टी के किसी कार्यक्रम में शामिल होऊंगा।