एक साल से लापता डॉक्टर की तलाश में हरिद्वार जाएगी गोरखपुर पुलिस Gorakhpur News
गोरखपुर से एक साल से लापता डाक्टर की तलाश करने गोरखपुर पुलिस हरिद्वार जाएगी।
गोरखपुर, जेएनएन। एक साल से लापता गोरखपुर के डॉ. राधा रमण की तलाश में पुलिस हरिद्वार जाएगी। कोतवाली के छोटे काजीपुर में बहन के घर रहने वाले डॉक्टर घर के पास ही स्थित हॉस्पिटल में ड्यूटी करते थे। 28 जून 2019 की रात में हॉस्पिटल से ड्यूटी करके वह निकले तबसे लापता है। अपहरण का केस दर्ज कर पुलिस एक साल से उन्हें ढूंढ रही है।
बेलीपार थाना क्षेत्र के मलाव गांव के मूल निवासी डॉक्टर राधा रमण पांडेय कोतवाली थाना क्षेत्र के छोटेकाजीपुर मोहल्ले में अपनी बहन अनिता शुक्ला के वहा रहते थे। वहीं से वह नियमित जगन्नाथपुर स्थित समाजसेवी हास्पिटल में ड्यूटी जाया करते थे। वह अपनी बहन के वहा से 28 जून को अस्पताल के लिए दोपहर में निकले। उसके बाद से पता नहीं चल रहा है। खोजबीन के बाद बहन अनिता शुक्ला ने 23 अगस्त 2019 को अज्ञात के खिलाफ अपहरण का मुकदमा दर्ज कराया। सर्विलांस व सीसी कैमरे की फुटेज की मदद से पुलिस ने छानबीन की लेकिन डॉ. राधा रमण का पता नहीं चला। सीओ कोतवाली वीपी सिंह ने बताया कि डॉ. राधा रमण की शादी नहीं हुई है। वह मोबाइल इस्तेमाल नहीं करते थे, किसी बैंक में उनका खाता भी नहीं है। सभी बिंदुओं पर पुलिस जांच कर चुकी है। तलाश में एक टीम को हरिद्वार भेजा जा रहा है। प्रमाण न मिलने पर छूटे आरोपित परिवार के लोगों ने कुछ लोगों पर अपहरण करने का संदेह जताया था। पुलिस ने उनसे पूछताछ की लेकिन कोई प्रमाण नहीं मिला। जिसके बाद सबको छोड़ दिया गया।
माफिया राकेश के भाई व भयहू समेत तीन पर जालसाजी का केस
गुलरिहा थाने पर तैनात दारोगा की तहरीर पर हुई कार्रवाई
गोरखपुर के टॉप 10 बदमाशों की सूची में शामिल माफिया राकेश यादव के भाई व भयहू समेत तीन के खिलाफ गुलरिहा फर्जी दस्तावेज तैयार कर जालसाजी करने का केस दर्ज किया है। आरोप है कि फर्जी प्रमाण पत्र का इस्तेमाल कर इन लोगों ने शिक्षक की नौकरी हासिल की है। इस समय दोनों महराजगंज जिले में तैनात है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। एसएसपी डॉ. सुनील गुप्ता ने जिला स्तर पर चिन्हित किए गए टॉप 10 व टॉप 100 बदमाशों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए थाना स्तर पर टीम गठित की है। झुंगिया के रहने वाले माफिया राकेश यादव के गैंग से जुड़े बदमाशों की जानकारी के लिए गुलरिहा थाने पर एक टीम गठित हुई है। टीम में शामिल दारोगा अजय कुमार वर्मा को शुक्रवार की शाम सूचना मिली कि जेल में बंद माफिया राकेश यादव के भाई चंद्रशेखर यादव और उसकी पत्नी रेनू फर्जी प्रमाण पत्र पर शिक्षक की नौकरी कर रहे हैं। बशारतपुर के रहने वाले श्रवण यादव ने उनको नौकरी दिलवाया है। चंद्रशेखर व उसकी पत्नी महराजगंज जिले के प्राथमिक विद्यालय देवीपुर और प्राथमिक विद्यालय औरहिया में तैनात हैं। सूचना के आधार के आधार पर आरोपितों के खिलाफ फर्जी दस्तावेज तैयार कर जालसाजी करने का केस दर्ज कर पुलिस जांच कर रही है। एसएसपी डॉ. सुनील गुप्ता ने बताया कि आरोपितों के प्रमाण पत्र की जांच करने सोमवार को गुलरिहा पुलिस महराजगंज बीएसए कार्यालय जाकर जांच करेगी।