गोरखपुर पुलिस के हत्थे चढ़ा लुटेरों का गिरोह, तीन मामलों का हुआ पर्दाफाश
Gorakhpur Hindi News पकड़ गए आरोपितों के पास से दो असलहे व तीन कारतूस भी बरामद हुए हैं। पूछताछ में पता चला है कि लुटेरे पहले रेकी करते थे फिर सुनसान जगह पर लूट की वारदात को आंजाम देते थे।
गोरखपुर, जागरण टीम। गोरखपुर जिले के खजनी थाना पुलिस ने लुटेरों के एक गिरोह को धर दबोचा है। गिरोह के छह साथियों के पास से दो असलहे व तीन कारतूस, मोबाइल, कैंटीन कार्ड, एटीएम कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस बरामद हुआ है। पुलिस ने आरोपितों की गिरफ्तारी के साथ लूट की तीन घटनाओं का पर्दाफाश किया है। पुलिस के मुताबिक आरोपितों का यह गिरोह पहले रेकी करता था। उसके बाद सुनसान जगह पर लूट करता था।
ये है मामला: खजनी थाना क्षेत्र के ढढौना गांव निवासी जितेंद्र कुमार से दो दिन पूर्व गांव से आगे पुलिया पर बाइक सवार बदमाशों ने 20 हजार रुपये लूट कर फरार हो गए थे। पुलिस उनकी तलाश में थी। इसी बीच सुबह पुलिस को जानकारी मिली कि जरलही के पास आरोपित मौजूद हैं। वह किसी घटना को अंजाम देने की फिराक में है। पुलिस ने घेराबंदी करके उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
आरोपितों की पहचान थाना क्षेत्र के खुटभार निवासी मोनू गुप्ता, सूरज शर्मा, गोलू गौड़, रामू गुप्ता, बसडीला गांव निवासी पियूष शर्मा व मंझरिया गांव निवासी विशाल यादव के रूप में हुई है। आरोपित ने पुलिस को बताया वह जितेंद्र के अलावा दो और व्यक्तियों को लूट चुके हैं।
प्रभारी निरीक्षक खजनी इकरार अहमद ने बताया कि आरोपितों ने बीते दो मई को संतकबीनगर के खलीलाबाद निवासी धर्मवीर से खजुरी-कटिया मार्ग पर तीन हजार रुपये लूटा था। बीते 17 मई को आरोपितों ने उनवल कस्बे में सहदेवापार निवासी अजय शर्मा से 600 रुपये, मोबाइल, आधार कार्ड आदि लूटा था। आरोपितों को गिरफ्तार करने वाली टभ्म में प्रभारी निरीक्षक के अलावा उपनिरीक्षक बाके यादव, अरविंद कुमार राय आदि शामिल रहे।
दिव्यांग ने लगाई भूमि को कब्जे से मुक्त कराने की गुहार: शाहपुर थाने के खरैया पोखरा मेडिकल रोड निवासी दिव्यांग कृष्ण कुमार गुप्ता ने मनबढ़ों से अपनी से कब्जा हटवाने की गुहार लगाई है। उन्होंने थाने में तहरीर देकर कहा कि जेल बाईपास के जंगल तुलसीराम में उनकी एक भूमि है। उनकी जमीन पर एक मनबढ़ ने फर्जी चौहद्दी दिखाकर कब्जा कर लिया है। वह इसे लेकर कई प्रार्थना पत्र दे चुके हैं, लेकिन कहीं कोई सुनवाई नहीं हो रही है।