गोरखपुर में ऑनलाइन गहने मंगाकर ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश, दो आरोपित गिरफ्तार
गोरखपुर जिले की शाहपुर पुलिस व साइबर सेल टीम ने दो आरोपितों को गिरफ्तार किया है। पुलिसकर्मियों ने डिलीवरी ब्वाय बनकर कमरे पर पहुंचकर रंगेहाथ इन्हें पकड़ा है। दोनों आरोपित महराजगंज जिले के रहने वाले हैं। अभी दो अन्य आरोपितों की तलाश चल रही है।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। गोरखपुर जिले में ऑनलाइन डिलीवरी देने वाली कंपनी के कर्मचारियों को झांसा देकर ठगी करने वाले गिरोह के दो सदस्यों को साइबर सेल व शाहपुर थाने की टीम ने गुरुवार की सुबह गिरफ्तार किया। महराजगंज जिले के रहने वाले आरोपित पादरी बाजार में किराये पर कमरा लेकर रहते थे। डिलीवरी के समय पैकेट को खोलकर असली की जगह नकली गहने रख देते थे। कुरियर कंपनी के अधिकारियों ने एसएसपी से शिकायत की थी। आरोपितों के पास से पैकेट खोलकर निकाले गए गए बरामद हुए। वारदात में शामिल रहे दो आरोपितों की तलाश चल रही है।
ये है मामला: एसपी सिटी कृष्ण कुमार विश्नोई ने बताया कि तनिष्क, मेलोरा और ब्लूस्टोन कंपनी आनलाइन गहने बेचते हैं। जिसकी डिलीवरी ब्लूडाट कूरियर कंपनी करती है। पिछले दिनों अलग- अलग मोबाइल नंबर से शाहपुर क्षेत्र में कैश आन डिलीवरी गहने मंगाए गए। डिलीवरी न होने पर पैकेट जब वापस हुआ तो उसमें असली की जगह नकली गहने मिले। गहने बेचने वाली कंपनियों की शिकायत पर कूरियर कंपनी ने डिलीवरी ब्वाय पर संदेह जताया लेकिन उन्होंने खुद को बेकूसर बताया। जिसके बाद कंपनी के अधिकारियों ने इसकी शिकायत एसएसपी डा. विपिन ताडा से की।
एसएसपी के निर्देश पर शाहपुर थाने में मुकदमा दर्ज हुआ। छानबीन में जुटे साइबर सेल के इंस्पेक्टर सुनील पटेल, सीसीओ शशिशंकर राय, शशिकांत जायसवाल ने की तो पता चला कि पादरी बाजार में किराए पर कमरा लेकर रहने वाले गिरोह ऐसा कर रहा है। गहने का आर्डर मिलने पर गुरुवार को पुलिस टीम डिलीवरी देने पहुंची। इस दौरान ज्वेलरी का पैकेट लेकर एक युवक भीतर चला गया। थोड़ी देर बाद उसने बताया कि पैसे के अभाव में कुरियर नहीं लेगा। दो दिनों के बाद वह आफिस आकर ले जाएगा।
पुलिस ने जब पैकेट खोला तो गहने बदल चुके थे। जिसके बाद दोनों को पकड़ लिया। जिनकी पहचान महराजगंज, कोठीभार के मीराबाईनगर वार्ड नंबर 24 निवासी शुभम जायसवाल और दक्षिण टोला के संतोष के रूप में हुई। उनके पास से सोने की तीन चेन, एक अंगूठी, दो मोबाइल फोन, एक काला बैग और एक बाइक बरामद बरामद हुई।आरोपितों के दो साथी अमरदीप और संतोष की बहन आस्था उर्फ मुस्कान की तलाश चल रही है।
ऐसे करते थे वारदात: शुभम ने पुलिस को बताया कि डिलीवरी ब्वाय के आने पर एक साथी उसे बातों में उलझा लेता।दूसरा कमरे में जाकर हेयर ड्रायर की मदद से पैकेट खोलकर गहने बदल लेता है।इससे किसी को कुछ पता नहीं चलता।इसके बाद रुपये न होने का बहाना करके कुरियर का पैकेट लौटा देते थे।पुलिस की जांच में सामने आया कि पकड़े गए आरोपित व उनके सहयोगियों ने छात्र होने की जानकारी देकर किराए पर कमरा लिया था।