Gorakhpur News: 25 साल से न्याय के लिए दौड़ रहे बुजुर्ग ने समाधान दिवस पर काटी हाथों की नस, आत्महत्या करने की दी चेतावनी
Gorakhpur Hindi News मामला गोरखपुर जिले के बड़हलगंज थाने का है। 25 साल से न्याय की आस में दिव्यांग बुजुर्ग जमीन के मामले को लेकर दौड़ रहे हैं। ऐसे में उन्होंने शिकायती पत्र में आत्महत्या करने की चेतावनी दी है।
गोरखपुर, जागरण टीम। गोरखपुर जिले में समाधान दिवस पर फरियाद लेकर बड़हलगंज थाने पहुंचे दिव्यांग बुजुर्ग ने अधिकारियों पर उपेक्षा का आरोप लगाते हुए थाने के बाहर ब्लेड से दोनों हाथ की नस काट ली। जिसके बाद थाने में अफरा तफरी मच गई। पुलिस ने बुजुर्ग को सीएचसी बड़हलगंज ले गई, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें घर भेज दिया गया।
ये है पूरा मामला: बड़हलगंज के बिशुनपुरा निवासी रामलखन शर्मा अपने माता पिता के एकलौते संतान हैं। पश्चिम बंगाल में रहकर वह व्यापार करते थे। एसडीएम गोला को दिए शिकायती पत्र में उन्होंने लिखा है कि वर्ष 1996 में उनके पड़ोसी ने 15 डिस्मिल जमीन बैनामा करा लिया। बचे हुए 17.5 डिस्मिल जमीन को उसने वर्ष 1997 में लिखवाया। जिसके बाद वह पश्चिम बंगाल चले गए। तीन साल बाद लौटे तो तत्कालीन प्रधान ने लेखपाल की मदद से उनके हिस्से की जमीन पर सार्वजनिक रास्ता बनवा दिया। जिस पर कब्जा पाने के लिए 25 साल से अधिकारियों के कार्यालय का चक्कर लगा रहे हैं। अबतक 100 से अधिक शिकायतें कर चुके हैं।
आत्महत्या करने की की दी चेतावनी: रामलखन ने पंपलेट छपवाकर भी क्षेत्र में बंटवाया था। एसडीएम को दिए शिकायती पत्र में दो दिन बाद आत्महत्या करने की की चेतावनी दी है। एसडीएम गोला रोहित मौर्य ने कहा कि बुजुर्ग ने मेरे सामने हाथ नहीं काटा है। जांच के लिए टीम गांव में भेजी गई है। रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई होगी।
44 वाहनों का चालान, 10 बंद कराए गए: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर ओवरलोड और यात्री वाहनों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के अंतर्गत शनिवार को 44 वाहनों का चालान किया गया। 10 वाहनों को विभिन्न थानों में बंद कराया गया। चालान किए गए वाहनों में 21 यात्री और 23 ओवरलोड वाहन हैं। जांच में एआरटीओ प्रवर्तन बीके सिंह, एसपी श्रीवास्वत, रवि चंद त्यागी आदि शामिल रहे।