गोरखपुर में सभी खुले नाले ढके जाएंगे, गहरे स्थानों की होगी बैरिकेडिंग
गोरखपुर में भारी बारिश के बाद जलभराव और एक बच्ची की मौत के बाद महापौर ने नगर निगम के अधिकारियों के साथ आपात बैठक की। उन्होंने नालों की जांच खुले नालों पर स्लैब लगाने और जर्जर भवनों पर कार्रवाई के निर्देश दिए। जलभराव से निपटने के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया गया है।

जागरण संवाददाता, गोरखपुर। महानगर में बीते 24 घंटों में हुई भारी वर्षा ने शहर के कई हिस्सों में जलभराव और इलाहीबाग इलाके में नाले में डूबकर बच्ची की मौत के बाद महापौर डा. मंगलेश श्रीवास्तव ने नगर निगम के अधिकारियों के साथ मंगलवार को आपात बैठक की।
इस दौरान उन्होंने निर्देश दिया कि शहर के सभी नालों की दो दिनों की जल्द से जल्द जांच करें। जहां भी खुले नाले हैं, उन पर स्लैब रखने की व्यवस्था करें। इसके अलावा कोई ऐसी जगह मिलती है जो गहरी होने की वजह से खतरनाक हैं तो उनकी बैरिकेडिंग कराएं। साथ ही कहा कि निर्माण कार्य को निर्धारित समय में पूरा करें। देरी होने पर जिम्मेदार अधिकारियों और ठिकेदारों के खिलाफ कार्रवाई होगी।
मंगलवार को बैठक के दौरान महापौर ने सभी अभियंताओं को निर्देशित किया कि अपने-अपने क्षेत्र में अधिकतम दो दिन में जांच करें। साथ ही यह सुनिश्चित करें कि बड़े नालों पर स्लैब कवर अवश्य लग जाएं। निर्माण विभाग के सभी अभियंताओं से कहा कि निर्माणाधीन सड़क, नाली और नाले का कार्य तेजी से पूरा करें। जो कार्य पूरा कराना संभव न हो वहां से निकले मलवे, मिट्टी आदि को उठवा कर मार्गों को आवागमन योग्य बना दिया जाए ताकि किसी को भी आवागमन कोई असुविधा न हो।
चेतावनी देते हुए यह भी कहा कि निर्धारित समय में कार्यों को पूरा करें। देरी की स्थिति में जिम्मेदार अधिकारियों एवं ठेकेदारों पर कार्रवाई की जाएगी। बैठक में मुख्य अभियंता को निर्देशित किया गया कि गिरासू व जर्जर भवनों के संबंध में जांच कराकर तत्काल नियमानुसार कार्यवाही सुनिश्चित कराएं। बैठक में अपर नगर आयुक्त दुर्गेश मिश्रा, महाप्रबंधक जलकल रघुवेंद्र कुमार, मुख्य अभियन्ता अमित कुमार शर्मा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
नाले की गलत ढाल से हुआ शहर में जलभराव: महापौर
महापौर डा. मंगलेश श्रीवास्तव ने बैठक में कहा कि नालों का स्लोप (ढाल) सही नहीं होने की वजह से शहर के विभिन्न इलाकों में जलभराव की समस्या हुई है। अभियंताओं को निर्देशित करते हुए कहा कि नाला व नाली बनाते समय ढाल पर विशेष ध्यान दें।
महानगर में बीते 24 घंटों में हुई भारी वर्षा ने शहर के कई हिस्सों में जलजमाव की गंभीर स्थिति पैदा कर दी। मुख्य सड़कों, आवासीय इलाकों और व्यावसायिक क्षेत्रों में जमा पानी से आमजन के आवागमन में बाधा उत्पन्न हो गई और नागरिकों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ा।
इस दौरान उन्होंने निर्देश दिया कि सभी प्रभावित इलाकों में जलनिकासी के लिए अतिरिक्त मोबाइल पंप, सक्शन मशीन लगाने, प्रत्येक प्रभावित वार्ड में एक विशेष निगरानी दल तैनात करने, अधिक भार वाले पंपिंग स्टेशनों वाले स्थानाें पर अतिरिक्त पंप लगाने आदि का निर्देश दिया गया। उन्होंने जल निकासी के बाद प्रभावित क्षेत्रों में फागिंग, ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव कराने और सफाई अभियान चलाने के भी निर्देश दिए।
इस हेल्पलाइन पर दे सकते हैं जलभराव संबंधी जानकारी
नगर निगम की ओर से शहर के लोगों की सुविधा के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किया है। 24 घंटे सक्रिय हेल्पलाइन नंबर 8810709390, 1533 शहर के किसी हिस्से में जलभराव आदि की सूचना दी जा सकती है। महापौर नेे इस पर आई शिकायतों को तत्काल निस्तारित करने का निर्देश दिया।

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