गोरखपुर शहर में शामिल होंगे दो सौ नए गांव, फिर बढ़ेगी नगर निगम की चौहद्दी
गोरखपुर नगर निगम की चौहद्दी फिर बढ़ने जा रही है। इस बार दो सौ नए गांव नगर निगम की सीमा में जुड़ने जा रहे हैं। इस विस्तार के बाद कैंपियरगंज जंगल कौड़िया पिपरौली चरगांवा भटहट पिपराइच तक नगर निगम की सीमा पहुंच जाएगी।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। गोरखपुर नगर निगम का दायरा फिर बढ़ेगा। इस बार दो सौ से ज्यादा गांव नगर निगम में शामिल हो सकते हैं। इन गांवों के नगर निगम में शामिल होने के बाद महानगर की आबादी 20 लाख से ज्यादा होने की संभावना है। इसके साथ ही नगर निगम का क्षेत्रफल भी बढ़कर 650 वर्ग किलोमीटर हो सकता है। अभी क्षेत्रफल 249 किलोमीटर है। दायरा बढ़ने के बाद आबादी के अनुसार नगर निगम में वार्डों की संख्या भी 110 हो सकती है। इससे नगर निगम के लैंड बैंक में भी काफी इजाफा हो जाएगा। बड़ी योजनाओं को अमलीजामा पहनाने में नगर निगम के सामने जमीन की समस्या नहीं रहेगी।
बदलेगी गांवों की दशा
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गांवों में विकास की रफ्तार तेज करने में जुटे हैं। महानगर में शामिल होने के बाद इन इलाकों में सड़क, बिजली, पानी, नाली, पथ प्रकाश आदि की व्यवस्था अच्छी हो जाएगी तो नगर निगम की आय में भी इजाफा होगा। पिछले दिनों गोरखपुर दौरे पर आए मुख्यमंत्री ने अफसरों को नगर निगम का दायरा बढ़ाने के लिए कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए थे।
चुनाव बाद शुरू होगी प्रक्रिया
नगर निगम में वर्ष 2020 में 32 गांवों को शामिल किया गया था। यह गांव महानगर से बिल्कुल सटे थे और ज्यादातर में सुविधाएं भी महानगर की ही मिल रही थीं। इसके बाद वार्डों की संख्या 70 से बढ़कर 80 हो गई। इस संख्या के आधार पर दिसंबर में नगर निगम का चुनाव प्रस्तावित है। चुनाव होने के बाद अगले साल नगर निगम का दायरा बढ़ाने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
650 वर्ग किलोमीटर दायरा होने का अनुमान, अभी 249 किलोमीटर है
गोरखपुर नगर निगम की पहले आबादी 6.85 लाख थी। इस कारण वार्डों की संख्या 70 थी। 32 गांव शामिल होने के बाद आबादी 7.75 लाख से ज्यादा हो गई। इस आधार पर नगर निगम को 7.5 लाख से नौ लाख की आबादी वाले महानगर की सूची में शामिल किया गया था। इससे वार्डों की संख्या बढ़कर 80 हो गई। जानकारों का मानना है कि महानगर की वास्तविक आबादी वर्तमान में 14 लाख से ज्यादा है। दायरा बढ़ने के बाद आबादी 20 लाख से ज्यादा हो जाएगी। शासन के निर्देशानुसार 18 लाख से ज्यादा आबादी वाले महानगरों के नगर निगम में वार्डों की संख्या 110 की जाएगी। यानी नगर निगम में अभी 30 और वार्ड बढ़ सकते हैं।
जीडीए की ओर से प्रस्तावित क्षेत्र हो सकते हैं शामिल
महायोजना 2031 के लिए गोरखपुर विकास प्राधिकरण (जीडीए) ने सीमा विस्तार का प्रस्ताव रखा है। इसमें जीडीए में मुंडेरा बाजार, पीपीगंज व पिपराइच नगर पंचायतों को भी शामिल किया गया है। इससे जीडीए का क्षेत्रफल 285 वर्ग किलोमीटर से बढ़कर 642 वर्ग किलोमीटर हो जाएगा। जीडीए में 233 नए राजस्व गांव शामिल किए गए हैं।
मेट्रोपालिटन सिटी घोषित है गोरखपुर
गोरखपुर महानगर को मेट्रोपालिटन सिटी घोषित किया जा चुका है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इसी के अनुसार महानगर में सुविधा बढ़ाने के निर्देश दे चुके हैं। अफसर सुविधाओं को बढ़ाने में जुटे भी हैं। पिछले कुछ वर्षों में महानगर खोराबार से आगे, वाराणसी रोड, लखनऊ रोड पर सहजनवां के आगे तो साेनौली रोड पर पीपीगंज, पिपराइच रोड पर पिपराइच तक बढ़ता जा रहा है।
इन इलाकों के कई गांव हो सकते हैं शामिल
कैंपियरगंज, जंगल कौड़िया, पिपरौली, चरगांवा, भटहट, पिपराइच।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन में विकास कार्य तेजी से हो रहे हैं। नगर निगम का दायरा बढ़ने से नागरिक सुविधाओं में बढ़ोतरी होगी। इसका फायदा नागरिकों को मिलेगा तो नगर निगम की भी आय बढ़ेगी। मुख्यमंत्री ने नगर निगम को आत्मनिर्भर बनाने के निर्देश दिए हैं। इस दिशा में तेजी से काम भी चल रहा है। - अविनाश सिंह, नगर आयुक्त।