गोरखपुर का नगर निगम कंगाली के दौर में, शासन की मदद के बिना नहीं बना सकता डंपिंग स्टेशन Gorakhpur News
डंपिंग यार्ड के लिए 20 एकड़ जमीन की जरूरत है। तकरीबन 50 करोड़ रुपये खर्च आएंगे। पहले से ही नगर निगम 40 करोड़ रुपये से ज्यादा के घाटे में है। शासन की मदद के बिना जमीन नहीं खरीद सकता
गोरखपुर, जेएनएन। नगर निगम की कंगाली शहर के कूड़ा निस्तारण की व्यवस्था में बाधा बन सकती है। गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण (गीडा) में नगर निगम को ट्रेंचिंग ग्राउंड (लैंडफिल साइट या डंपिंग यार्ड) के लिए 20 एकड़ जमीन की जरूरत है। इस पर तकरीबन 50 करोड़ रुपये खर्च आएंगे।
पहले से ही घाटा में चल रहा नगर निगम
पहले से ही 40 करोड़ रुपये से ज्यादा के घाटे में चल रहा नगर निगम प्रशासन बिना शासन की मदद जमीन खरीदने की स्थिति में नहीं है।
प्रतिदिन निकलता है इतना टन कूड़ा
शहर से रोजाना पांच सौ मीट्रिक टन से ज्यादा कूड़ा निकलता है। अब तक इस कूड़े के निस्तारण की ठोस व्यवस्था नहीं हो सकी है। शहर के विभिन्न स्थानों पर कूड़ा गिराया जाता है। पिछले दिनों शहर आए प्रमुख सचिव नगर विकास मनोज कुमार ने गीडा में ट्रेंचिंग ग्राउंड के लिए जगह देखने के निर्देश दिए। हालांकि कुछ साल पहले भी गीडा में ट्रेंचिंग ग्राउंड के लिए कवायद शुरू की गई थी लेकिन बात आगे नहीं बढ़ सकी थी।
प्रभारी नगर आयुक्त अनिल सिंह ने कहा कि प्रमुख सचिव के निर्देशानुसार गीडा में ट्रेंचिंग ग्राउंड बनाने के लिए कवायद चल रही है।