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भाजपा में घमासान : सोशल मीडिया पर जारी है जंग, जानें- विधायक राधामोहन ने अब क्‍या कहा Gorakhpur News

गोरखपुर भाजपा में मचे बवाल के बीच भाजपा विधायक राधामोहन दास अग्रवाल ने अपने विरोधियों पर निशाना साधा है। उन्‍होंने कहा कि हम चक्रव्यू में घुसना और उसे तोड़ना भी जानते हैं।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Published: Sun, 30 Aug 2020 12:43 AM (IST)Updated: Sun, 30 Aug 2020 11:08 PM (IST)
भाजपा में घमासान : सोशल मीडिया पर जारी है जंग, जानें- विधायक राधामोहन ने अब क्‍या कहा Gorakhpur News
भाजपा में घमासान : सोशल मीडिया पर जारी है जंग, जानें- विधायक राधामोहन ने अब क्‍या कहा Gorakhpur News

गोरखपुर, जेएनएन। पीडब्लूडी के एक सहायक अभियंता को हटाने लेकर जनप्रतिनिधियों के बीच छिड़ी राजनीतिक जंग एकतरफा ही सही शुक्रवार को भी जारी रही। अन्य जनप्रतिनिधियों की तो कोई प्रतिक्रिया नहीं आई लेकिन नगर विधायक डाॅ. राधा मोहन दास अग्रवाल फेसबुक पर अपनी पोस्ट को लेकर पूरे दिन चर्चा में बने रहे।

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विरोधियों पर कसा तंज, अपनी मजबूती का कराया अहसास

पोस्ट के माध्यम से उन्होंने भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को साधने की कोशिश की तो अपनी मानसिक और राजनीतिक मजबूती का अहसास भी विरोधियों को कराते रहे। एक पोस्ट के माध्यम से उन्होंने सदर सांसद रवि किशन पर भी तंज कसा। उन्हें जनप्रतिनिधि बनाने में अपनी छोटी सी भूमिका की याद दिलाई।

एक पोस्ट के माध्यम से उन लोगों का मजाक उड़ाया, जो छोटी-छोटी बातों को तिल का ताड़ बना रहे हैं। सरकार के लिए जातिसूचक शब्दों वाले वायरल आडियो को लेकर एक जारी पोस्ट से नगर विधायक ने इस मामले में एक बार फिर सफाई देने की कोशिश की।

नगर विधायक के कुछ पोस्ट

हम अभिमन्यु नहीं अर्जुन हैं। चक्रव्यू में घुसना जानते हैं और उसे तोड़ना भी जानते हैं।

कुछ लोगों को वायरल आॅडियो को लेकर दुख है। धैर्य रखें जल्द दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।

हम भाजपा के विधायक और संघ के स्वयंसेवक हैं और रहेंगें। हमारी भाजपा से और भाजपा की हमसे कोई लड़ाई नहीं।

हमें भाजपा से कारण बताओ नोटिस दी गई है। भाजपा हमारा संगठन था और रहेगा।

गजब दुनिया है। कौवा कान ले गया सुनकर लोग कान की ओर दौड़ पड़ते हैं। समझ में नहीं आता भगवान ने कान किसलिए दिया है।

रवि किशन जी की मूर्ति गढ़ने में गिलहरी की तरह हमारी भी भूमिका है। कोई मूर्तिकार अपनी स्थापित मूर्तियां नहीं तोड़ता।

प्रबल विरोधों के सागर में हम सुदृढ़ चट्टान बनेंगे। जो आकर सर टकराएंगे, अपनी मौत मरेंगे।


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