अधिकारियों पर भड़के विधायक राधामोहन, कहा- बांस बल्ली पर जर्जर तार आपकी अवैध संतानें
गोरखपुर शह में बिजली के जर्जर तारों को बदलने और जर्जर बिजली के खंभों को न बदले जाने पर विधायक डाक्टर राधा मोहनदास अग्रवाल ने अधिकारियों को फटकारा है।
गोरखपुर, जेएनएन। गोरखपुर के नगर विधायक डाक्टर राधा मोहनदास अग्रवाल ने कहा कि शहर में जहां कहीं भी बांस-बल्ली पर विद्युत सप्लाई चल रही है, वह सब बिजली विभाग के अभियंताओं की विभागीय अवैध संतानें है। अभियंताओं ने खुद भ्रष्टाचार में लिप्त होकर नागरिकों को गैर-कानूनी तरीके से बांस-बल्ली पर लटकाकर बिजली पहुंचा दी।
नगर विधायक उत्तर प्रदेश विद्युत वितरण निगम के मुख्य अभियंता से लेकर एसडीओ तक के अधिकारियों की बैठक जोनल कार्यालय में ले रहे थे। मुख्य अभियंता देवेन्द्र सिंह ने बैठक की अध्यक्षता और संचालन अधीक्षण अभियंता उमेश चंद्र वर्मा ने की।
नगर विधायक ने कहा कि आखिर हाईटेंशन तारों के नीचे मकान कैसे बन गये और किन अभियंताओं ने सबकुछ अनदेखी करके नियम विरुद्ध तरीके से उन घरों को बिजली के कनेक्शन दिए, जबकि नियमतः ऐसे मकानों का विद्युतीकरण करना ही दंडनीय अपराध है। लेकिन अभियंताओं ने सब-कुछ जानबूझकर भ्रष्टाचार में लिप्त होकर ऐसा किया।
डाक्टर अग्रवाल ने कहा कि अब जब नागरिक डर के कारण इन तारों को हटाने की बात कहते हैं तो उन्हें लंबा-चौड़ा बिल थमा दिया जाता है, जो नियमतः सही भी है। नागरिक घूस भी देता है और बाद में नियमितीकरण कराने के लिए पैसा भी जमा करता है।
नगर विधायक ने कहा कि ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने उनकी मांग पर बिजनेस प्लान 2020-21 में रू 1.83 करोड़ स्वीकृत किया है। णवह यह बैठक यह सुनिश्चित करने के लिए कर रहे हैं कि इस णपैसे से 100 प्रतिशत काम हो। उन्होंने कहा कि वे यह जानते हैं कि सिर्फ 1.83 करोड़ रुपए ऊंट के मुंह में जीरे की तरह है। कुल करीब 15 करोड़ रुपये की जरूरत है।
नगर विधायक ने सभी अभियंताओं को निर्देशित किया कि वे आगामी 15 दिनों में पूरे नगरीय क्षेत्र में नागरिकों से सम्पर्क करके खराब या क्षमता बृद्धि के योग्य ट्रांसफार्मरों, बांस-बल्ली पर दिये गये कनेक्शनों, जर्जर तारों तथा पोलों एवं मकानों के ऊपर से गुजर रहे हाईटेंशन वायरों को बदलवाने या हटवाने के संदर्भ में विस्तृत आगणन तैयार करे।
नगर विधायक ने अगली बैठक 17 अगस्त को रखी है, जिसमें उन्हे पूरे नगर की सम्पूर्ण स्तिथि तथा उसके खर्च से अवगत कराया जायेगा। नगर विधायक ने कहा कि वे 21 अगस्त को इसे विधानसभा में पुनः उठायेंगे तथा प्रदेश के ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा से मुलाकात करके विशेष धन देने के लिए प्रयास करेगे।
बैठक में मुख्य अभियंता देवेन्द्र सिंह, अधीक्षण अभियंता यू सी वर्मा, अधिशासी अभियंता (नवनीत कुमार, मुदित तिवारी, विनोद चौधरी, यदुनाथ राम ) तथा एसडीओ (मुकेश गुप्ता, अमन तिवारी, अजय कुमार, प्रद्युम्न सिंह, आरके सिंह, नीरज दूबे, विवेक सिंह और राहुल तिवारी) आदि उपस्थित थे।
मुख्य अभियंता और अधीक्षण अभियंता ने कहा कि नगर विधायक के प्रयासों से रू 1.83 करोड़ स्वीकृति का पत्र मिला है। हमारा विभाग नगरीय क्षेत्र की सारी योजना बनाकर नगर विधायक के समक्ष प्रस्तुत करेगा और अगर नगर विधायक के प्रयासों से सरकार से और पैसा मिल जाता है तो नागरिकों से पैसा जमा कराये बिना, बहुत तेजी से काम करा दिये जायेंगे। फिलहाल नियम यही है कि नागरिकों को ही बांस-बल्ली के तार तथा हाईटेंशन वायर हटवाने के लिए पैसा जमा करना होता है।ब