जागरण संवाददाता, गोरखपुर : बीआरडी मेडिकल कॉलेज में जूनियर डॉक्टरों का अनाचार थमने का नाम नहीं ले रहा है। शुक्रवार को जूनियर डॉक्टरों ने दिव्यांग तीमारदार को पीटकर लहूलुहान कर दिया। इसके बाद कॉलेज प्रशासन ने जांच बैठा दी है। पुलिस ने घायल का चिकित्सकीय परीक्षण कराकर मुकदमा दर्ज कर लिया है। सूचना है कि इस मामले में कालेज प्रशासन ने छह जूनियर डॉक्टरों को निलंबित कर दिया है लेकिन अभी इसकी पुष्टि नहीं हुई है।

उपचार और दवा के बारे में पूछने पर की पिटाई

जानकारी के मुताबिक देवरिया के मदनपुर की 65 वर्षीय शैला देवी को गुरुवार को ट्रॉमा सेंटर के ऊपर पोस्ट ऑपरेशन वार्ड में भर्ती कराया गया। जहां उनके पेट का ऑपरेशन हुआ है। शुक्रवार की दोपहर उनका दिव्यांग भतीजा अजय कुमार अपनी पत्नी सुनीता के साथ उन्हें देखने आया था। उसने जूनियर डॉक्टरों से उपचार और दवा के बारे में पूछ लिया। इसपर वे गाली देने लगे। अजय ने गाली देने से मना किया तो जूनियर डॉक्टरों ने धक्का देना शुरू कर दिया। उसने इस घटना का वीडियो बनाने की कोशिश की तो उसका मोबाइल छीन लिया।

पुलिस की मौजूदगी में दिव्यांग की पिटाई करते रहे

इसी बीच 20-25 की संख्या में जूनियर डॉक्टर वहां पहुंच गए और अजय को लात, जूतों, चप्पलों व डंडे से मारते हुए सीढ़ी से घसीटते नीचे ट्रॉमा सेंटर की तरफ ले जाने लगे। बीच-बचाव करने पहुंची उनकी पत्नी सुनीता की भी पिटाई कर दी। इसी बीच पुलिस पहुंची और रोकने की कोशिश की तो जूनियर डॉक्टरों ने पुलिस के ऊपर भी हाथ छोड़ दिया। वे पुलिस की मौजूदगी में दिव्यांग की पिटाई करते रहे। किसी तरह पुलिस ने बीच-बचाव कर पति-पत्नी को गुलरिहा थाने पहुंचाया। अजय छत्तीसगढ़ में पूरे परिवार के साथ रहता है, वहां नौकरी करता है।

जूनियर डॉक्टर ने ब्लड बैंक कर्मचारी को पीटा

वहीं, गुरुवार की रात एक जूनियर डॉक्टर ब्लड बैंक में रक्त लेने पहुंच गया। बिना औपचारिकता पूरी किए वह रक्त लेना चाहता था। कर्मचारी नियम विरुद्ध रक्त देने के लिए राजी नहीं हुआ। इस पर जूनियर डॉक्टर ने उसकी पिटाई कर दी। यह मामला प्राचार्य डॉ. गणेश कुमार तक पहुंचा। उन्होंने प्रमुख अधीक्षक डॉ. राजेश कुमार राय व सर्जरी विभाग के अध्यक्ष डॉ. योगेश पाल को मामले की जांच का आदेश दिया है।

बीआरडी मेडिकल कॉलेज नेहरू के प्रमुख अधीक्षक डॉ. राजेश कुमार का कहना है कि अस्पताल में हुई घटनाओं की जांच हो रही है। दोषी पाए गए जूनियर डॉक्टरों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इस तरह की घटनाओं से मेडिकल कॉलेज की छवि खराब हो रही है। इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

जांच समिति गठित, दो जूनियर डाक्टर निलंबित

वहीं मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. गणेश कुमार ने बताया की, 'इस मामले में तीन शिक्षकों की जांच समिति गठित कर दी गई है। दो जूनियर डाक्टरों को अग्रिम आदेश तक निलंबित कर दिया गया है। जांच के बाद और कठोर कार्रवाई होगी।' इसके अलावा एएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर ने कहा कि, इस मामले में थानाध्यक्ष गुलरिहा को मुकदमा दर्ज करने का निर्देश दिया गया है। तहरीर मिलते ही मुकदमा दर्ज कर पुलिस कार्रवाई करेगी।

Edited By: Nirmal Pareek