मनीष गुप्ता हत्याकांड : पेशी को लेकर असमंजस में जेल प्रशासन, सीबीआइ कोर्ट से मांगा मार्गदर्शन
Manish gupta murder case 13 जनवरी को सीबीआइ लखनऊ कोर्ट में आरोपितों की पेशी होने की बात सामने आई थी लेकिन गोरखपुर जेल प्रशासन के पास कोई सूचना नहीं आई। आरोपितों की पेशी न होने पर जेल प्रशासन ने गोरखपुर कोर्ट को जानकारी देने के साथ ही निर्देश मांगा।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। कानपुर के कारोबारी मनीष गुप्ता हत्याकांड के आरोपित छह पुलिसवालों को लेकर गोरखपुर जेल प्रशासन असमंजस में है। इन आरोपितों की अगली पेशी किस तिथि में और कहां होनी है, इसकी जानकारी जेल प्रशासन के पास नहीं है। जेल प्रशासन ने अब सीबीआइ लखनऊ कोर्ट को चिट्ठी लिखकर मार्गदर्शन मांगा है।
यह है मामला
27 सितंबर 2021 की रात में रामगढ़ताल क्षेत्र स्थित होटल कृष्णा पैलेस में इंस्पेक्टर जगत नारायण (जेएन) सिंह, दारोगा अक्षय मिश्रा, राहुल दूबे, विजय यादव, मुख्य आरक्षी कमलेश यादव व आरक्षी प्रशांत ने मनीष गुप्ता की पीटकर हत्या कर दी थी। मनीष की पत्नी मीनाक्षी ने पुलिसकर्मियों पर हत्या कर साक्ष्य मिटाने का मुकदमा दर्ज कराया था। मामले की जांच पहले कानपुर पुलिस की एसआइटी ने की। दो नवंबर को सीबीआइ ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की। विवेचक ने सात जनवरी 2022 को हत्यारोपित पुलिसकर्मियों के खिलाफ कोर्ट में आरोप पत्र दाखिल कर दिया।
13 जनवरी को पेशी न होने पर जेल प्रशासन ने गोरखपुर कोर्ट को लिखा था पत्र
13 जनवरी को सीबीआइ लखनऊ कोर्ट में आरोपितों की पेशी होने की बात सामने आई थी, लेकिन जेल प्रशासन के पास कोई सूचना नहीं आई। आरोपितों की पेशी न होने पर जेल प्रशासन ने गोरखपुर कोर्ट को जानकारी देने के साथ ही निर्देश मांगा। वहां से बताया गया कि सीबीआइ ने आरोप पत्र लखनऊ की विशेष कोर्ट में दाखिल कर दिया है। इसके बाद जेल प्रशासन ने सीबीआइ लखनऊ कोर्ट को पत्र लिखकर मामले की जानकारी देते हुए मार्गदर्शन मांगा है।
महिला की हत्या करने वाले शूटरों से पुलिस ने की पूछताछ
बड़हलगंज में दिनदहाड़े महिला की गोली मारकर हत्या करने वाले शूटर मिथिलेश व लालू यादव आजमगढ़ जेल में बंद हैं। सोमवार को बड़हलगंज पुलिस ने कोर्ट से अनुमति लेकर बदमाशों से पूछताछ की, जिसमें उन्होंने सुपारी लेकर वारदात को अंजाम देने की बात स्वीकारी। पूछताछ के बाद शाम को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें आजमगढ़ जेल भेज दिया गया। वारदात को अंजाम देने वाले दोनों शूटर मऊ जिले के रहने वाले हैं। घटना के बाद उन्होंने बलिया में तमंचे के साथ खुद को गिरफ्तार करा लिया था। हत्या की साजिश रचने वाला महिला का भतीजा अभी फरार हैं।