गोरक्षनगरी की पहचान को नया आयाम देगा इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम, ताल नदौर बनेगा विकास का 'जंक्शन'
गोरखपुर में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम बनने से शहर को नई पहचान मिलेगी। ताल नदौर क्षेत्र विकास का केंद्र बनेगा, जहाँ खेल और आर्थिक गतिविधियाँ बढ़ेंगी। स्टेडियम के निर्माण से स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा और रोजगार के अवसर पैदा होंगे। यह गोरखपुर के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।

इस तरह दिखेगा गोरक्षनगरी का इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम।
अरुण चन्द, जागरण गोरखपुर। गोरखपुर-वाराणसी फोरलेन के किनारे ताल नदौर में बनने जा रहा इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम गोरक्षनगरी की पहचान को नया आयाम देगा। इसके निर्माण से गोरखपुर की पहचान अब गोरक्षपीठ, गीता प्रेस और रामगढ़ताल तक सीमित न रहकर खेल और अंतरराष्ट्रीय आयोजनों से भी जुड़ जाएगी।
आर्किटेक्ट आशीष श्रीवास्तव का कहना है कि स्टेडियम के बनने के दो-चार वर्षों के भीतर ही शहर का दायरा कौड़ीराम तक फैल जाएगा, जिससे अब तक विकास से अछूते रहे ताल नदौर और आसपास के क्षेत्र का तेजी से शहरीकरण होगा। यह क्षेत्र विकास का नया जंक्शन साबित होगा, जिससे होकर पूरे दक्षिणांचल और आसपास के जिलाें में भी विकास का पहिया तेजी से दौड़ेगा।
स्टेडियम के संचालन के बाद ट्रैफिक, परिवहन, बाजार, आवास और व्यावसायिक सुविधाओं का तेजी से विकास होगा। स्टेडियम निर्माण का सीधा असर भूमि दरों पर पड़ेगा। फोरलेन और आसपास की जमीन की कीमतों में बड़ा उछाल आने की संभावना है। स्थानीय किसानों और भूमि स्वामियों की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी।
यह वही क्षेत्र है जहां पांच साल पहले इंटरनेशनल एयरपोर्ट की चर्चा मात्र से ही कई रियल एस्टेट निवेशकों ने जमीन खरीदी थी। अब स्टेडियम की नींव पड़ने के बाद भूमि बाजार में और तेजी आना तय माना जा रहा है।
आर्किटेक्ट मनीष मिश्रा का कहना है कि स्टेडियम निर्माण के साथ ही इस इलाके की कृषि भूमि का व्यावसायिक और आवासीय उपयोग बढ़ेगा। होटल, रेस्टोरेंट, पार्किंग स्थल, स्पोर्ट्स एकेडमी, और रिटेल हब जैसी संरचनाएं यहां आकार लेंगी। युवाओं के लिए रोजगार और स्वरोजगार के नए अवसर खुलेंगे।
शिक्षा और सेवा क्षेत्र में भी निवेश की संभावनाएं बढ़ेंगी। अंतरराष्ट्रीय मैचों और आयोजनों से गोरखपुर को वैश्विक पहचान मिलेगी। स्थानीय युवाओं में खेल संस्कृति विकसित होगी और खेल प्रतिभाओं को नया मंच मिलेगा। साथ ही व्यापारिक और सांस्कृतिक गतिविधियों में भी अभूतपूर्व वृद्धि होगी।
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बढ़ जाएगा जीडीए का दायरा
गोरखपुर विकास प्राधिकरण ने वर्ष 2020 में अपना दायरा बढ़ाकर 233 नए राजस्व गांवों को जोड़ा था। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बाद में चारों दिशाओं में सीमा विस्तार का सुझाव दिया था ताकि शहर से सटे ग्रामीण इलाकों में सुनियोजित विकास हो सके। अब जबकि ताल नदौर में स्टेडियम निर्माण शुरू होने जा रहा है, तो जीडीए को इस क्षेत्र को अपने नियंत्रण में लेकर योजनाबद्ध विकास सुनिश्चित करना ही होगा।
नंबर गेम-
- 392 करोड़ से होगा स्टेडियम का निर्माण, दो मंजिला होगा स्टेडियम
- 45 एकड़ में मुख्य परिसर, 5 एकड़ में अन्य सुविधाएं विकसित होंगी
- 07 मुख्य पिच व 04 प्रैक्टिस पिच होगी
- 30 हजार होगी दर्शक क्षमता
- 1500 गाड़ियों की होगी पार्किंग क्षमता
- 208 वीआईपी सीटिंग वाली गैलरी होगी नार्थ पवेलियन में 382 सीटिंग वाली मीडिया व ब्राडकास्टर्स गैलरी का होगा निर्माण
- 1708 लोगों की क्षमता वाला वीआइपी और वीवीआइपी गैलरी होगी
इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में ये सुविधाएं भी होंगी
- साउथ पवेलियन में वीआइपी लाउंज व डाइनिंग एरिया का निर्माण होगा।
- प्रेसिडेंशियल सूइट, कारपोरेट बाक्स भी होगा।
- स्टेडियम 60 मीटर ऊंचा होगा, परिसर में अंडरग्राउंड वाटर टैंक, सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट का निर्माण होगा

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