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Corona Free Gorakhpur: 17 माह बाद कोरोना मुक्त हुआ गोरखपुर

गोरखपुर जिला कोरोना संक्रमण से मुक्त हो गया। 24 घंटे में लगभग चार हजार नमूनों की जांच में एक भी पाजिटिव नहीं आया। पिछले 30 अगस्त से किसी संक्रमित की मृत्यु भी नहीं हुई है। ज‍िले में कोरोना पर पूरी तरह नियंत्रण कर लिया गया है।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Published: Tue, 05 Oct 2021 11:50 AM (IST)Updated: Tue, 05 Oct 2021 11:50 AM (IST)
Corona Free Gorakhpur: 17 माह बाद कोरोना मुक्त हुआ गोरखपुर
गोरखपुर कोरोना फ्री हो गया है। - प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। गोरखपुर पूरा जिला अब कोरोना संक्रमण से मुक्त हो गया। 24 घंटे में लगभग चार हजार नमूनों की जांच में एक भी पाजिटिव नहीं आया। साथ ही एक दिन में 13 लोग स्वस्थ हुए। हालांकि जिले में सक्रिय मरीजों की संख्या मात्र सात थी। स्वस्थ होने वाले छह लोगों की पुरानी रिपोर्ट पोर्टल पर अपडेट की गई। इस वजह से पोर्टल 24 घंटे में स्वस्थ होने वालों की संख्या 13 दिखा रहा है। फिलहाल जिले में अब कोरोना संक्रमण के एक भी केस नहीं रह गए हैं। पिछले 30 अगस्त से किसी संक्रमित की मृत्यु भी नहीं हुई है। कोरोना पर पूरी तरह नियंत्रण कर लिया गया है।

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उरुवा के हाटा बुजुर्ग में 26 अप्रैल 2020 को मिला था पहला केस

आसपास के जिलों में मार्च 2020 में ही कोरोना ने दस्तक दे दी थी। इसे लेकर गोरखपुर का स्वास्थ्य महकमा सतर्क हो गया था। 24 मार्च से ही लाकडाउन चल रहा था। शहर के प्रवेश द्वारों पर बाहर से आने वाले हर व्यक्ति को रोककर क्वारंटाइन किया जा रहा था। लेकिन 26 अप्रैल 2020 को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल से एंबुलेंस से आया एक मरीज जांच टीम से बचते हुए उरुवा के हाटा बुजुर्ग स्थित अपने घर पहुंच गया। गांव वालों ने सतर्कता बरतते हुए उसे गांव के अंदर नहीं जाने दिया। गांव के बाहर ही एक झोपड़ी में उसे रखा। दोपहर बाद उसकी तबीयत खराब होने पर एंबुलेंस से बाबा राघव दास मेडिकल कालेज भेज दिया। वहां जांच में वह कोरोना पाजिटिव पाया गया। इसके बाद संक्रमितों की संख्या बढ़ने लगी।

इस साल 25 अप्रैल को मिले थे सबसे ज्यादा 1440 संक्रमित

इस साल मार्च आते-आते संक्रमण काफी हद तक नियंत्रित हो गया। 15 मार्च को संक्रमितों की संख्या शून्य थी। इसके बाद धीरे-धीरे बढ़ने लगी और दूसरी लहर की चपेट में पूरा जिला आ गया। मरीजों की संख्या इतनी ज्यादा बढ़ी कि अस्पतालों में बेड फुल हो गए। आक्सीजन की कमी हो गई। चाहकर भी लोग अपने स्वजन को समुचित इलाज नहीं दे पाए। बड़ी संख्या में लोगों ने दम तोड़ दिया। 25 अप्रैल को 24 घंटे में सर्वाधिक 1440 संक्रमित मिले थे। 30 अप्रैल को संक्रमितों की सबसे ज्यादा संख्या 10308 थी।

एक माह में ठीक हुआ था पहला मरीज

उरुवा के हाटा बुुजुर्ग का पहला 49 वर्षीय मरीज पिछले साल 26 अप्रैल को पाजिटिव आया था और एक माह बाद 26 मई को संक्रमण मुक्त होकर घर गया। हालांकि इसके एक सप्ताह बाद हार्ट अटैक से उसकी मौत हो गई थी।

कोरोना संक्रमण एक नजर

59418 लोग अब तक संक्रमित हुए

58569 हो गए स्वस्थ

849 की हुई मौत

कोरोना से जिला पूरी तरह मुक्त हो चुका है। संक्रमण की रोकथाम के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व जिला प्रशासन ने बड़ा प्रयास किया। डाक्टर व पैरामेडिकल स्टाफ लगातार इस महामारी से लड़ते रहे। अंतत: वह समय आ गया जब कोरोना जिले से विदा हो गया। सतर्कता व बचाव से इसे पुन: लौटने से रोका जा सकता है। मास्क लगाएं और शारीरिक दूरी बनाकर रहें। - डा. सुधाकर पांडेय, सीएमओ।


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