गोरखपुर महोत्सव : जनप्रतिनिधियों व प्रशासनिक अधिकारियों के बीच लगी सवालों की झड़ी Gorakhpur News
गोरखपुर महोत्सव में मंथन 2020 कार्यक्रम में तीखे सवालों के बीच गोरखपुर के विकास की रूपरेखा पर विस्तार से चर्चा हुई।
गोरखपुर, जेएनएन। जनता की अदालत में प्रशासनिक अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों व मीडिया से जुड़े लोगों ने हिस्सा लिया तो सवालों की झड़ी लग गई। तीखे सवालों के बीच गोरखपुर के विकास की रूपरेखा पर विस्तार से चर्चा हुई। सभी ने आश्वस्त किया कि वर्ष-2021 तक गोरखपुर विकास की नई इबारत लिखेगा।
अवसर था गोरखपुर महोत्सव में मंथन 2020 का। गोरखपुर विश्वविद्यालय के दीक्षा भवन में आयोजित कार्यक्रम में नगर विधायक डा.राधामोहन दास अग्रवाल ने कहा कि बीते तीन सालों में गोरखपुर काफी बदला है। किसी ने कल्पना नहीं की होगी कि हमारी जो मांगें थीं वह इतनी जल्द पूरी होंगी। एम्स में ओपीडी चलने लगेगी, कक्षाएं शुरू हो जाएंगी। खाद कारखाना निर्माण के अंतिम दौर में पहुंच जाएगा। रामगढ़ताल, जुहू चौपाटी को मात देगा। देश का सबसे बड़ा और सुंदर चिडिय़ाघर यहां बनेगा। प्रदेश का दूसरा विज्ञान पार्क गोरखपुर में बनेगा। गोरखपुर बदल रहा है, लेकिन यहां के लोग नहीं बदल रहे हैं।
महापौर सीताराम जायसवाल ने कहा कि कल गोरखपुर क्या था और आज क्या है। यह सभी को पता है। प्राथमिक शिक्षा से लेकर उ'च शिक्षा तक के क्षेत्र में कार्य हुआ है। पढ़ाई का माहौल बना है। चिकित्सा सुविधाएं भी बढ़ रहीं हैं।
अत्याधुनिक मास्टर प्लान बनेगा : डीएम
जिलाधिकारी के. विजयेंद्र पांडियन ने कहा कि जल्द ही गोरखपुर इतना विकसित हो जाएगा कि किसी राजधानी की सुविधाएं भी इसके आगे कम नजर आएंगी। 2021 से अत्याधुनिक मास्टर प्लान बनेगा, जिससे 80 फीसद तक समस्या का समाधान हो जाएगा। 15 जनवरी से आइटीएमएस शुरू करने जा रहे हैं। जल्द ही 25 इलेक्ट्रिक बसें शहर के विभिन्न मार्गों पर चलाई जाएंगी। मेडिकल कॉलेज रोड पर आठ करोड़ से अधिक की लागत से महिला शरणालय बन रहा है। दो सौ बेड का नशा मुक्ति केंद्र बन रहा है। नगर आयुक्त अंजनी कुमार सिंह ने कहा कि कूड़ा निस्तारण के लिए जल्द ही एमआरएफ सेंटर बनाने जा रहे हैं। शहर को स्व'छ व सुंदर बनाने के लिए कई योजनाएं शुरू करने जा रहे हैं। यह सब जल्द आपके सामने होगा।
ठहरे हुए विकास को मिली गति : जितेंद्र त्रिपाठी
दैनिक जागरण के संपादकीय प्रभारी जितेंद्र त्रिपाठी ने कहा कि मैंने पिछले तीन सालों में इस शहर को बदलते देखा है। ठहरे हुए विकास को गति मिली है। मीडिया ने भी समय-समय पर तस्वीर दिखाई है। युवा गोरखपुर के विकास को गति देने के लिए अपने को बदलें। सिविक सेंस अपनाएं। दैनिक आज के स्थानीय संपादक अखिलेश चंद ने कहा कि बीते वर्षों में गोरखपुर में काफी कुछ बदला है। विकास की गति को देख लग रहा है कि आगे और भी बदलाव होंगे।
कार्यक्रम के दौरान विधायक विपिन सिंह, एमपी सिंह, एम्स के उपनिदेशक अश्विनी कुमार माहौर, संयुक्त शिक्षा निदेशक, माध्यमिक योगेंद्र सिंह, मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डा.गणेश कुमार, अपर निदेशक स्वास्थ्य डा.जेएम त्रिपाठी आदि ने भी गोरखपुर के विकास पर चर्चा की। रासेयो के समन्वयक डा.केशव सिंह ने धन्यवाद ज्ञापित किया।
अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों ने दिए सवालों के जवाब
मंथन 2020 में बीच-बीच में कई सवाल आए, जिनका अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों ने शालीनता से जवाब दिया। संयोजक डा.प्रदीप राव, डा.राजवंत राव, प्रो.विनोद सिंह, अरविंद सिंह, वसुधा पांडेय, साक्षी शुक्ला, मंजरी निषाद व ई.सतीश सिंह ने सड़क, स्वास्थ्य, रोजगार व भिक्षावृत्ति से जुड़े सवाल पूछे और उसका जवाब मांगा।