Gorakhpur Faizabad Teachers Constituency: प्रचार थमा, अपने मतदाताओं को सहेजने में जुटे प्रत्याशी Gorakhpur News
जिम्मेदार कार्यकर्ता को उन्हें बूथों तक लाने की जिम्मेदारी दी जा रही है। जिन मतदाताओं को किसी और प्रत्याशी की ओर जाने की संभावना है उन्हें अपने पक्ष में लाने के लिए प्रयास भी किए जा रहे हैं।
गोरखपुर, जेएनएन। गोरखपुर-फैजाबाद खंड शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र के लिए चुनाव प्रचार थम गया है। प्रत्याशियों के कार्यालय पर अब अपने-अपने मतदाताओं को सहेजने की तैयारी शुरू हो गई है। सबका जोर है कि अधिक से अधिक प्रथम वरीयता का वोट उन्हें मिले।
विद्यालयों में प्रचार की समय सीमा रविवार की शाम को समाप्त हो गई है। सोमवार को मतदाताओं के घर जाकर व फोन पर संपर्क कर मतदान की अपील की गई। कार्यालयों पर प्रत्याशियों के समर्थन में जुटी टीम एक-एक मतदाता पर चर्चा कर रहे हैं और उनमें से जिसका वोट शत-फीसद पक्का लग रहा है, उसकी अलग सूची बनायी जा रही है। उन मतदाताओं को बूथों तक कैसे लाना है, इसकी रणनीति भी बनायी जा रही है। जिम्मेदार कार्यकर्ता को उन्हें बूथों तक लाने की जिम्मेदारी दी जा रही है। जिन मतदाताओं को किसी और प्रत्याशी की ओर जाने की संभावना है, उन्हें अपने पक्ष में लाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। न मानने पर द्वितीय वरीयता का वोट देने की ही बात कही जा रही है।
पिछले चुनाव में द्वितीय वरीयता के मतों ने किया था फैसला
शिक्षक एमएलसी के पिछले चुनाव में प्रथम वरीयता के मतों से फैसला नहीं हो पाया था। द्वितीय वरीयता के मतों ने शर्मा गुट के प्रत्याशी रहे ध्रुव कुमार त्रिपाठी को जीत दिलायी थी। इस बार के चुनाव में अंग्रेजी माध्यम के स्कूलों के शिक्षकों को भी मतदाता बनाया गया है। इसके अतिरिक्त निजी आइटीआइ के मतदाता भी बड़े पैमाने पर बनाए गए हैं। मतदाताओं के बीच दखल रखने वाले लोगों से समझौते का दौर भी चल रहा है। प्रथम वरीयता के मतों पर बात न बनने पर द्वितीय वरीयता के वोट दिलाने का विकल्प भी दिया जा रहा है। सभी प्रत्याशियों के रणनीतिकार इस काम में जुटे हैं।
ये हैं प्रत्याशी
ध्रुव कुमार त्रिपाठी, नागेंद्र दत्त त्रिपाठी, विभ्राट चंद कौशिक, अवधेश यादव, रामजन्म सिंह, देशबंधु शुक्ला, रामप्रताप राम, अजय सिंह, अनिल कुमार गौतम, रमेश कुमार विमल, राजीव यादव, लालबहादुर यादव, नरेंद्र सिंह, अनिल कुमार श्रीवास्तव, अरुण सिंह, नागेंद्र प्रताप सिंह।
40164 मतदाता करेंगे भाग्य का फैसला
इस चुनाव में 17 जिलों के 40164 मतदाता प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करेंगे। इनमें सर्वाधिक मतदाता गोरखपुर में उसके बाद आजमगढ़ जिले में हैं।