गोरखपुर में चिह्नित कर ध्वस्त किए जाएंगे जर्जर भवन, बारिश में मकान गिरने से जा चुकी है नौ लोगों की जान
गोरखपुर व आसपास के जिलों में जर्जर भवन व दीवार गिरने से कई हादसे हुए हैं। इससे सबक लेकर जिलाधिकारी कृष्णा करुणेश ने एसएसपी नगर आयुक्त जीडीए उपाध्यक्ष को पत्र लिखकर जर्जर भवनों को चिन्हित कर ध्वस्त कराने का निर्देश दिया है।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। गोरखपुर जिले में जर्जर भवनों को चिह्नित कर ध्वस्त किया जाएगा। जिलाधिकारी कृष्णा करुणेश ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है। जर्जर भवनों को चिह्नित करने की जिम्मेदारी एसएसपी, नगर आयुक्त एवं जीडीए उपाध्यक्ष सहित नौ अधिकारियों को दी गई है।
जर्जर मकान या दीवार गिरने से नौ लोगों की जा चुकी है जान
जिलाधिकारी ने बताया कि भारी बारिश के कारण गोरखपुर सहित प्रदेश के कुछ जिलों में जर्जर मकान या दीवार गिरने से नौ लोगों की मौत हो चुकी है। उन्होंने कहा कि बारिश जारी है। ऐसे में आशंका है कि जिले में जर्जर भवन इसके चलते गिर सकते हैं। भवन गिरने से व्यापक जन-धन की हानि हो सकती है। आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 का हवाला देते हुए जिलाधिकारी ने जल्द से जल्द जर्जर भवनों को चिह्नित कर उसे ध्वस्त करने का आदेश दिया है।
ध्वस्तीकरण के बाद डीएम को देनी है रिपोर्ट
जिलाधिकारी ने कहा कि जो भवन पूरी तरह से जर्जर हो चुके हैं या निष्प्रयोज्य हो चुके हैं, उन्हें चिह्नित कर ध्वस्त किया जाए। नियमित रूप से इसकी रिपोर्ट जिलाधिकारी कार्यालय को देनी होगी। पीडब्ल्यूडी के अधिशासी अभियंता प्रांतीय खंड को इस कार्य के लिए जिलाधिकारी ने नोडल अधिकारी बनाया है।
इन अधिकारियों को दी गई जिम्मेदारी
जिलाधिकारी ने एसएसपी गौरव ग्रोवर, नगर निगम के नगर आयुक्त अविनाश सिंह, जीडीए उपाध्यक्ष महेंद्र सिंह तंवर, मुख्य विकास अधिकारी संजय कुमार मीणा, मुख्य चिकित्साधिकारी डा. आशुतोष कुमार दुबे, जिला विद्यालय निरीक्षक ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह भदौरिया, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी रामेंद्र प्रताप सिंह, पीडब्ल्यूडी के अधिशासी अभियंता प्रांतीय खंड एवं ग्रामीण अभियंत्रण विभाग के अधिशासी अभियंता को जर्जर भवनों को चिह्नित करने की जिम्मेदारी दी गई है।
जगन्नाथपुर में भवन गिरने से हो गई थी युवक की मृत्यु
जगन्नाथपुर में शनिवार की सुबह जर्जर भवन गिर जाने से एक युवक की मृत्यु हो गई और परिवार के अन्य सदस्य घायल हो गए। इस घटना के बाद सतर्कता बरतते हुए जिला प्रशासन ने जर्जर भवनों को चिह्नित कर ध्वस्त करने का निर्देश दिया है।