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गोरखपुर में साधु की गला काटकर हत्या, दो वर्ष पूर्व भी हुआ था जानलेवा हमला

Gorakhpur Crime News गोरखपुर में एक साधु की गला काटकर हत्‍या कर दी गई। दो साल पहले भी इस साधु पर हमला हुआ था यह घटना उसी से जोड़कर देखी जा रही है। बताया जा रहा है क‍ि कुछ द‍िन पूर्व ही साधुु अपनी बहू के नाम जमीन ल‍िखी थी।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Published: Fri, 11 Mar 2022 12:18 PM (IST)Updated: Fri, 11 Mar 2022 12:18 PM (IST)
गोरखपुर में साधु की गला काटकर हत्या, दो वर्ष पूर्व भी हुआ था जानलेवा हमला
गोरखपुर में एक साधु की गला रेतकर हत्‍या कर दी गई है। - जागरण

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। पीपीगंज थाना क्षेत्र के ग्राम सभा जंगल अगही टोला सहजुआ में झोपड़ी में रह रहे 70 वर्षीय साधू की गुरुवार रात बदमाशों ने गला काटकर हत्या कर दी। घटना की सूचना पाकर मौके पर पीपीगंज पुलिस भी पहुंच गई है। घटना की जांच के लिए डॉग स्क्वाड व फॉरेंसिक टीम को भी बुला लिया गया है। टीम एक-एक बिंदु की गंभीरता से जांच कर रही है। साधू पर दो वर्ष पूर्व भी जानलेवा हमला हुआ था। हालांकि पुलिस ने उसे गंभीरता से नहीं लिया था। उसकी देन है, अभी तक हमलावर पकड़े नहीं जा सके हैं।

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दो वर्ष पूर्व भी भी साधू पर हुआ था जानलेवा हमला

सहजुआ निवासी साधू हंसराज घर से दूर खेत में अपनी कुटी बनाकर रहते थे। रात वह खाना खाकर झोपड़ी में सो गए। सुबह जब स्वजन उनके पास पहुंचे दो देखा उनकी गला काटकर हत्या की गई है। बिस्तर पर खून से सना उनका शव पड़ा हुआ है। थोड़ी देर में घटना की जानकारी पाकर वहां अन्य ग्रामीण भी पहुंच गए। सीओ कैम्पियरगंज अजय कुमार सिंह व पीपीगंज थानाध्यक्ष दुर्गेश सिंह भी मौके पर पहुंच गए। मौके पर डॉग स्क्वाड व फॉरेंसिक टीम को भी बुलवा लिया गया। पुलिस के मुताबिक हंसराज की तीन पुत्रियां व एक पुत्र है। कुछ दिन पूर्व उन्होंने अपनी चार बीघे भूमि अपनी बहू के नाम लिखी है। पुलिस इसे भूमि विवाद से भी जोड़ कर देख रही है। इसके एक मंदिर पर रहने को लेकर हंसराज का कुछ लोगों से विवाद चल रहा था। पुलिस उसकी भी छानबीन कर रही है।

सप्ताह भर पूर्व बहू के नाम लिखी थी चार बीघे जमीन

बता दें हंसराज की कुछ भूमि पीपीगंज के गुलरिहा में भी है। वह दो वर्ष पूर्व वहां कुटी बनाकर रहते थे। दो वर्ष पूर्व वहां पर भी उन पर जान लेवा हमला हुआ था। हमले के बाद हंसराज अपने गांव के पास कुटी बनाकर रहने लगे थे। गुलरिहा में हुये हमले को लेकर पीपीगंज थाने में मुकदमा भी दर्ज हुआ था, लेकिन पुलिस ने उसे गंभीरता से नहीं लिया। इसके चलते हमलावर पकड़े तक नहीं गए। पुलिस यह तक नहीं पता लगा सकी कि हमला क्यों और किसने किया था। हंसराज की हत्या को लेकर पुलिस अधीक्षक उत्तरी मनोज कुमार अवस्थी ने बताया कि घटना को लेकर तीन टीमें बनाई गई हैं। मामले की जांच की जा रही है। स्वजन की तहरीर मिलते ही मुकदमा दर्ज कर लिया जाएगा।


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