यार्कर से तोड़ा नारियल, अब आरपी सिंह की एकेडमी से आया बुलावा Gorakhpur News
Cricket गोरखपुर के क्रिकेटर रितेश यादव द्वारा यार्कर सेे नारियल तोड़ने के बाद आरपी सिंह की एकेडमी से आया बुलावा आया है।
गोरखपुर, जेएनएन। गोरखपुर के 'यार्कर मशीन' क्रिकेट रितेश यादव की प्रतिभा की सराहना करते हुए भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व तेज गेंदबाज आरपी सिंह ने उन्हें लॉकडाउन खत्म होने के बाद अपनी एकेडमी में आने का ऑफर दिया है। दैनिक जागरण में प्रमुखता से खबर प्रकाशित होने के बाद रितेश की प्रतिभा दिग्गजों की नजर में आई है।
गोरखपुर के सिंघडिय़ा निवासी रितेश यादव का सपना आइपीएल (इंडियन प्रीमियर लीग) में खेलना है। वह इस समय गोरखपुर में ही अभ्यास करते हैं। हाल ही में उन्होंने अपनी यार्कर से नारियल तोड़ते हुए वीडियो ट्विटर पर अपलोड की थी। सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर यह वीडियो सराही गई। दैनिक जागरण ने 28 अप्रैल के अंक में 'यार्कर से तोड़ा नारियल, देखने वाले दंग' शीर्षक से खबर प्रकाशित की, जिसके बाद रितेश की प्रतिभा लोगों की नजर में आई। आरपी सिंह ने ट्वीट कर रितेश की प्रतिभा की सराहना की है। भारतीय टीम के इस पूर्व तेज गेंदबाज ने ट्वीट किया, 'जबरदस्त यार्कर। वाकई ग्रामीण इलाकों में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है और हमारे देश में एक से बढ़कर एक युवा टैलेंट मौजूद हैं। रितेश अगर चाहें तो लॉकडाउन खत्म होने के बाद लखनऊ या ग्रेटर नोएडा कैंप में प्रशिक्षण के लिए आ सकते हैं। मैं उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करता हूं।' इसके अलावा समाज के विभिन्न वर्गों के लोगों ने भी रितेश की प्रतिभा को सराहा है।
ज़बरदस्त यॉर्कर। वाक़ई में ग्रामीण इलाक़ों में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है और हमारे देश में एक से बढ़ कर एक युवा टैलेंट मौजूद हैं। रितेश अगर चाहें तो लॉक्डाउन खत्म होने के बाद लखनऊ या ग्रेटर नॉएडा कैम्प में प्रशिक्षण के लिए आ सकते हैं। मैं उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करता हूँ। https://t.co/WzYG80kVQi" rel="nofollow — R P Singh रुद्र प्रताप सिंह (@rpsingh) April 28, 2020
आरपी सिंह ने ट्वीट कर लॉकडाउन के बाद बुलाया है। मेरी भी इच्छा है कि इस अंतरराष्ट्रीय गेंदबाज से प्रशिक्षण प्राप्त करूं। - रितेश यादव
रितेश ने जताया आभार
इसके बाद रितेश ने लिखा- बहुत बहुत धन्यवाद सर! मुझ को ये अवसर प्रदान करने के लिये, आभार आप का जो आप ने मुझे इस काबिल समझा। मै बिल्कुल आपसे परीक्षित होना चाहूँगा ताकि मै अपने हुनर को और अच्छा कर सकू और आपकी तरह अपने जिले , प्रदेश और देश का नाम रौशन कर सकूं ।
डीडीसीए की प्रतियोगिताओं में दो साल तक खेलने का मिला मौका
#Break the coconut. pic.twitter.com/IazQ1z2KeL — Ritesh yadav (@Riteshy04043805) April 24, 2020
सोशल मीडिया के जरिये सुर्खियों में आए गेंदबाज रितेश सिंघडिय़ा मोहल्ले में रहते हैं। बचपन में जब टेनिस बॉल से उन्होंने क्रिकेट की शुरुआत की तब पिता रमाशंकर को पसंद नहीं आया। रितेश की प्रतिभा उस समय के स्टार खिलाड़ी आकाश गुप्ता ने पहचानी और साल 2012 में क्रिकेट की मुख्य धारा में आने को प्रेरित किया। इसी बीच मां मीरा देवी की मौत ने रितेश को झकझोर दिया, लेकिन वह लक्ष्य से नहीं भटके। लखनऊ के अलग-अलग क्लबों में छह महीने खेलने के बाद पारिवारिक झंझावतों के चलते उन्हें गोरखपुर लौटना पड़ा।
मित्रों नेे की मदद
मित्रों की मदद और रिश्तेदारों की प्रेरणा से कुछ ही दिन बाद रितेश फिर मैदान में उतरे और इस बार उन्होंने दिल्ली की राह पकड़ ली। डीडीसीए (दिल्ली एंड डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट एसोसिएशन) की प्रतियोगिताओं में दो साल तक खेलने के दौरान रितेश को भारतीय क्रिकेट टीम के कई स्टार खिलाडिय़ों का सानिध्य मिला। उनकी सफलता से पिता का मन भी अब बदलने लगा है और वह बेटे का हौसला बढ़ाने में जुट गए। रितेश इस समय गोरखपुर में लेवल टू के कोच आकाश की एकेडमी में प्रैक्टिस कर रहे हैं।