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    ड्रग विभाग के रडार पर नारकोटिक्स दवाओं को बेचने वाला एक और व्यापारी, एक सप्ताह में मांगा गया है जवाब

    Updated: Wed, 12 Nov 2025 12:13 PM (IST)

    गोरखपुर के भालोटिया मार्केट में एक और दवा व्यापारी ड्रग विभाग के रडार पर है, क्योंकि उसने नारकोटिक्स दवाओं की बिक्री का हिसाब नहीं दिया। विभाग ने लाइसेंस निलंबन की सिफारिश की है और अंतिम नोटिस जारी किया है। यह मार्केट नशीली दवाओं के अवैध कारोबार का केंद्र बन गया है, जिसका नेटवर्क नेपाल और बांग्लादेश तक फैला है। एक व्यापारी दुबई से इस कारोबार को संचालित कर रहा है।

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    जागरण संवाददाता, गोरखपुर। नारकोटिक्स दवाओं को बेचने वाला भालोटिया मार्केट का एक और व्यापारी ड्रग विभाग के रडार पर है। इस व्यापारी के यहां भी विभाग ने अक्टूबर में जांच की थी और बिक्री का हिसाब मांगा था, जिसे व्यापारी ने नहीं दिया। ड्रग इंस्पेक्टर ने व्यापारी का लाइसेंस निरस्त या निलंबित करने की संस्तुति कर दी।

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    इसके बाद सहायक आयुक्त औषधि पूरन चंद ने गुप्ता मेडिकल एजेंसी को अंतिम नोटिस जारी कर एक सप्ताह के अंदर जवाब मांगा है। निर्धारित समयावधि में जवाब नहीं देने पर लाइसेंस निलंबित या निरस्त किया जा सकता है अथवा व्यापारी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जा सकता है। इसी मामले में उन्होंने सोमवार को पांच दवा व्यापारियों को नोटिस जारी किया था। अब तक छह व्यापारियों को नोटिस जारी किया जा चुका है।

    भालोटिया मार्केट नशीली दवाओं के अवैध कारोबार का प्रमुख केंद्र बनता जा रहा है। हरियाणा, पंजाब दिल्ली समेत अनेक राज्यों, नेपाल व बांग्लादेश तक नेटवर्क फैल गया है। पिछले दिनों दिल्ली व पंजाब में पकड़ी गई नशीली दवाओं की गोलियां गोरखपुर से भेजी गई थीं, इस मामले में शहर के दो व्यापारी जेल में हैं। कोडीनयुक्त कफ सीरप व ट्रामाडोल दवाओं का नशे के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है।

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    ऐसे लोगों की जरूरत पूरी करने में गोरखपुर के व्यापारियों का नाम भी सामने आया है। जानकार बताते हैं कि 22 रुपये की कफ सीरप की कीमत बांग्लादेश, भूटान व नेपाल में एक हजार से 1500 रुपये तक मिल जाती है। इस मुनाफे के चक्कर में अनेक दवा व्यापारी अवैध कारोबार में लग गए हैं। दवाएं गोरखपुर के नाम पर बुक होती हैं लेकिन गोरखपुर पहुंचती नहीं, सीधे नेपाल पहुंच जाती हैं।

    दुबई तक नशीली दवाओं के कारोबार फैलने के संकेत जानकार बताते हैं कि नशीली दवाओं का कारोबार करने वाला एक व्यापारी दुबई में है, वहीं से इस अवैध कारोबार को संचालित कर रहा है। वहां उसने एक होटल भी बनवा लिया है। 2022 में गीडा में लगभग 16.2 करोड़ रुपये की नशीली कफ सीरप पकड़ी गई थी, इससे भी दुबई में रहने वाले व्यापारी के संबंध जुड़े थे।