विशेष क्लीनिकों के जरिये रोगियों की सेवा कर रहा गोरखपुर का एम्स
गोरखपुर के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में 14 विभागों का आउट पेशेंट डिपार्टमेंट (ओपीडी) चल रहा है। इनमें से 13 विभागों की विशेष क्लीनिक चलाई जा रही है। इनके जरिये एम्स रोगियों की सेवा कर रहा है। इसका सीधा लाभ मरीजों को मिल रहा है।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में 14 विभागों का आउट पेशेंट डिपार्टमेंट (ओपीडी) चल रहा है। इनमें से 13 विभागों की विशेष क्लीनिक चलाई जा रही है। इनके जरिये एम्स रोगियों की सेवा कर रहा है। ओपीडी में आने वाले रोगियों की विशेष जांच व चिकित्सा के लिए उन्हें तिथि व समय देकर क्लीनिक में बुलाया जाता है।
अलग-अलग दिन चलती है विभिन्न विभागों की क्लीनिक
सप्ताह में अलग-अलग दिन विभिन्न विभागों की क्लीनिक चलती है। ओपीडी में भीड़ होने के नाते रोगियों को ज्यादा समय देना मुश्किल होता है। इसलिए कुछ गंभीर राेगियों की विशेष जांच व चिकित्सा के लिए उन्हें क्लीनिक में बुलाया जाता है। ताकि उनकी ठीक से जांच कर उपचार किया जा सके। हड्डी, कैंसर, थायरायड, बाल रोग आदि विभागों की क्लीनिक संचालित की जा रही है।
इन विभागों का चल रहा ओपीडी
-नाक, कान व गला रोग विभाग
-मानसिक रोग विभाग
-दंत रोग विभाग
-बाल रोग विभाग
-सीना रोग विभाग
-सर्जरी
-चर्म रोग विभाग
-स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग
-शारीरिक चिकित्सा एवं पुनर्वास विभाग
-नेत्र रोग विभाग
-रेडियोथेरेपी (कैंसर रोग विभाग)
-मेडिसिन
-फेमिली मेडिसिन
-हड्डी रोग विभाग
एम्स- एक नजर
-22 जुलाई 2016 को प्रधानंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा शिलान्यास
-24 फरवरी 2019 को ओपीडी का उद्घाटन
-112 एकड़ क्षेत्रफल
-1011 करोड़ रुपये कुल लागत लगभग
-14 जून को अस्पताल शुरू हुआ
-25 जून को प्रोस्टेट कैंसर के मरीज की पहली सर्जरी हुई।
-125 बेड का अस्पताल वर्तमान में चल रहा है।
-700 से अधिक मरीज भर्ती हो चुके हैं।
-250 से अधिक मरीजों का हो चुका है आपरेशन
-1800-2000 मरीजों की प्रतिदिन ओपीडी
-पूर्वांचल, नेपाल व बिहार के मरीजों को मिल रहा लाभ।
-निर्माण पूरा होने की अवधि दिसंबर 2020
-दिसंबर 2021 में हो पाया तैयार।
-सात दिसंबर 2021 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया लोकार्पण।
13 विभागों की चल रही क्लीनिक
एम्स के मीडिया प्रभारी डा. शशांक शेखर बताते हैं कि एम्स में 13 विभागों की विशेष क्लीनिक चलती है। ओपीडी में आए रोगियों को तिथि व समय देकर क्लीनिक में बुलाया जाता है। वहां उनकी जांच कर विशेष चिकित्सा की जाती है।