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कोरोना केस के समय कहा दूसरे ज‍िले के गांव हैं, टीकाकरण में अच्‍छा कार्य हुआ तो बता रहे अपनेे गांव

कोविड संक्रमण काल में महराजगंज के धानी स्वास्थ्य केंद्र के अंतर्गत आने वाले गोरखपुर के राजस्व गांवों के संक्रमितों को महराजगंज के सिर मढ़ दिया गया। अब उन्हीं गांवों में टीकाकरण हो रहा है तो गोरखपुर का स्वास्थ्य विभाग उसे अपने हिस्से में डालना चाहता है।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Published: Thu, 25 Nov 2021 07:02 AM (IST)Updated: Thu, 25 Nov 2021 02:47 PM (IST)
कोरोना केस के समय कहा दूसरे ज‍िले के गांव हैं, टीकाकरण में अच्‍छा कार्य हुआ तो बता रहे अपनेे गांव
यूपी के गोरखपुर और महराजगंज में स्‍वास्‍थ्‍य व‍िभाग का अजीबोगरीब मामला सामने आया है। - प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। गोरखपुर जिले का स्वास्थ्य विभाग गुड वर्क (सकारात्मक कार्य) अपने हिस्से में लेना चाहता है और बैड वर्क (नकारात्मक कार्य) महराजगंज के सिर मढ़ता है। कोविड संक्रमण काल में महराजगंज के धानी स्वास्थ्य केंद्र के अंतर्गत आने वाले गोरखपुर के राजस्व गांवों के संक्रमितों को महराजगंज के सिर मढ़ दिया गया। अब उन्हीं गांवों में टीकाकरण हो रहा है तो गोरखपुर का स्वास्थ्य विभाग उसे अपने हिस्से में डालना चाहता है। इसके लिए सीएमओ ने शासन को पत्र भी लिख दिया है।

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महराजगंज के धानी सीएचसी के अंतर्गत आते हैं गोरखपुर के 25 राजस्व गांव

गोरखपुर के तहसील कैंपियरगंज के 25 गांव महराजगंज के धानी स्वास्थ्य केंद्र के अंतर्गत आते हैं। इसलिए वहां स्वास्थ्य सुविधाएं महराजगंज की चलती हैं। सीएमओ गोरखपुर ने शासन को पत्र लिखकर मांग की है कि धानी स्वास्थ्य केंद्र के अंतर्गत आने वाले गोरखपुर के राजस्व गांवों का कोविड टीकाकरण गाेरखपुर में जोड़ा जाए। इससे उन गांवों के लगभग 80 हजार लोग गोरखपुर में जुड़ जाएंगे। अभी तक इन गांवों में हुआ टीकाकरण धानी स्वास्थ्य केंद्र से जोड़ा गया है, इसलिए वहां का टीकाकरण 116 फीसद हो गया है।

गोरखपुर के गांवों को नहीं मिलता स्वास्थ्य का बजट

धानी स्वास्थ्य केंद्र के अंतर्गत गोरखपुर के जो 25 गांव आते हैं, उनकी मैपिंग महराजगंज में न होने से उन गांवों के स्वास्थ्य के लिए महराजगंज को काेई बजट नहीं मिलता है। किसी तरह धानी स्वास्थ्य केंद्र इन गांवों में स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराता है। हालांकि स्वास्थ्य विभाग इन गांवों को गोरखपुर में जोड़ने के लिए कई बार शासन को पत्र लिख चुका है। वे गांव राजस्व की दृष्टि से गोरखपुर व स्वास्थ्य की दृष्टि से महराजगंज में आते हैं।

गांव राजस्व की दृष्टि से गोरखपुर के हैं। उन गांवों का टीकाकरण धानी स्वास्थ्य केंद्र में जोड़ लिया गया, इससे वहां का टीकाकरण 116 फीसद पहुंच गया है। उन्हें कैंपियरगंज में जोड़ देने से हमारे जिले के टीकाकरण का ग्राफ बढ़ेगा। इसलिए शासन को पत्र लिखा गया है। - डा. सुधाकर पांडेय, सीएमओ।

महराजगंज की टीम कर रही टीकाकरण

महराजगंज के धानी सीएचसी के जिन 25 गांवों के लगभग 80 हजार लोगों का टीकाकरण गोरखपुर में जोड़ने के लिए सीएमओ ने शासन को पत्र लिखा है, वहां महराजगंज की स्वास्थ्य टीम टीकाकरण कर रही है। सीएमओ का कहना है कि राजस्व गांव गोरखपुर का होने के नाते वहां की संख्या हमारे जिले में जुड़ गई है और टीकाकरण धानी में जुड़ रहा है। इसलिए उनका ग्राफ सौ फीसद से ज्यादा जा रहा है और हमारा कम हो रहा है। मैंने शासन को पत्र लिखा है कि या तो आबादी महराजगंज में जोड़ी जाए या टीकाकरण गोरखपुर में।


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