Good News : अब मेदांता में भी अपना इलाज करा सकेंगे रेलकर्मी Gorakhpur News
रेल कर्मियों का इलाज अब मेदांता अस्पताल गुडग़ांव में हो सकेगा। ललित नारायण मिश्र रेलवे केंद्रीय अस्पताल ने निश्शुल्क कैशलेस इलाज के लिए मेदांता अस्पताल से अनुबंध कर लिया है।
गोरखपुर, जेएनएन। रेलकर्मियों और उनके परिजनों के लिए अच्छी खबर है। अब उन्हें कोई गंभीर बीमारी होने पर भटकना नहीं पड़ेगा। उनका भी इलाज मेदांता अस्पताल गुडग़ांव में हो सकेगा। ललित नारायण मिश्र रेलवे केंद्रीय अस्पताल (एलएनएम रेलवे अस्पताल) ने निश्शुल्क कैशलेस इलाज के लिए मेदांता अस्पताल से अनुबंध कर लिया है।
सितंबर 2021 तक मिलेगी यह सुविधा
मेदांता में कैशलेस इलाज की सुविधा रेल कर्मचारियों, उनके परिजनों और सेवानिवृत्त कर्मचारियों को भी मिलेगी। पूर्वोत्तर रेलवे में लगभग 50 हजार कर्मचारी हैं। इसके अलावा उनके परिजन और सेवानिवृत्त कर्मी भी है। सब रेलवे की इस सुविधा का लाभ उठा सकेंगे। फिलहाल यह सुविधा 30 सितंबर 2021 तक मिलेगी।
गंभीर रोगों की जांच की नहीं है व्यवस्था
दरअसल, एलएनएम केंद्रीय रेलवे अस्पताल में गंभीर बीमारियों (हृदय, किडनी आदि) के समुचित इलाज की व्यवस्था नहीं है। कुछ जांचें भी नहीं हो पाती हैं। कर्मचारियों और उनके परिजनों को प्राइवेट संस्थानों में भटकना पड़ता है। विभागीय पेंच भी राह में रोड़ा बनते हैं। ऐसे में रेलवे अस्पताल का यह अनुबंध कर्मचारियों को राहत पहुंचाएगा। एनई रेलवे मजदूर यूनियन (नरमू) के महामंत्री केएल गुप्त के अनुसार यूनियन ने इस मुद्दे को स्थायी वार्ता तंत्र की बैठक में उठाया था।
यूनियन ने किया था संघर्ष
महाप्रबंधक राजीव अग्रवाल ने इसके लिए चिकित्सा निदेशक को निर्देशित किया था। इस व्यवस्था के लिए यूनियन ने लंबा संघर्ष किया है। फिलहाल, अपर मुख्य स्वास्थ्य निदेशक डॉ नंद किशोर ने मेदांता अस्पताल से हुए अनुबंध की सूचना रेलवे प्रशासन सहित यूनियन को भी उपलब्ध करा दी है।