टॉफी दिलाने के बहाने ले गया था मित्र की मासूम बेटी को
दुष्कर्म के बाद हत्या के उपरांत वह मित्र के साथ उसकी बेटी की तलाश कर रहा था, ताकि किसी को शक न हो। लाश मिलने के बाद वह नहीं गया। तब पकड़ा गया।
By Edited By: Published: Thu, 15 Nov 2018 07:15 AM (IST)Updated: Thu, 15 Nov 2018 03:21 PM (IST)
गोरखपुर, (जेएनएन)। महराजगंज जिले के पनियरा थाना अंतर्गत ग्राम मोइद्दीनपुर निवासी संजय साहनी की पुत्री सात वर्षीय सुमन की हत्या का पर्दाफाश हो गया। संजय के मित्र जवाहिर ने आठ नवंबर की रात में सुमन के साथ दुष्कर्म की उसके बाद उसकी हत्या कर दी थी। हत्यारोपित जवाहिर को भौराबारी पुल के पास पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। महराजगंज जिले के अपर पुलिस अधीक्षक ने बताया कि गिरफ्तार हत्यारोपित जवाहिर ग्राम सभा सोनबरसा, पनियरा का निवासी है। जवाहिर ने पूछताछ में बताया कि बीते आठ नवंबर की शाम को अपने मित्र संजय के घर पहुंचा और सुमन को टाफी खिलाने के लिए चौराहे पर ले गया।
टाफी खिलाकर साइकिल से लौटते समय रास्ते में नीयत बिगड़ गई। सुमन के विरोध करने पर भेद खुलने व मित्रता टूटने के भय से सुमन को पीट कर मार डाला तथा गांव के समीप स्थित नहर के किनारे झाड़ी में सुमन का शव छिपा दिया और घर चला गया। दूसरे दिन मित्र के साथ सुमन की तलाश में जुट गया, जिससे किसी को शक न हो। इस योजना में सफल भी रहा पर 12 नवंबर को सुमन का शव बरामद हो जाने के बाद मित्र के घर जाना छोड़ दिया तो परिजनों को शक हो गया और पुलिस की गिरफ्त में आ गया।
अपर पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पुलिस ने हत्यारोपित जवाहिर को कोर्ट में पेश किया और कोर्ट ने हत्यारोपित को 14 दिन के लिए जेल भेज दिया। हत्या का पर्दाफाश करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले पनियरा थानाध्यक्ष राज प्रकाश सिंह, हेड कां विरेंद्र मणि त्रिपाठी, आरक्षी सुनील यादव व रामाज्ञा यादव को 5000 रुपये का पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया है।
टाफी खिलाकर साइकिल से लौटते समय रास्ते में नीयत बिगड़ गई। सुमन के विरोध करने पर भेद खुलने व मित्रता टूटने के भय से सुमन को पीट कर मार डाला तथा गांव के समीप स्थित नहर के किनारे झाड़ी में सुमन का शव छिपा दिया और घर चला गया। दूसरे दिन मित्र के साथ सुमन की तलाश में जुट गया, जिससे किसी को शक न हो। इस योजना में सफल भी रहा पर 12 नवंबर को सुमन का शव बरामद हो जाने के बाद मित्र के घर जाना छोड़ दिया तो परिजनों को शक हो गया और पुलिस की गिरफ्त में आ गया।
अपर पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पुलिस ने हत्यारोपित जवाहिर को कोर्ट में पेश किया और कोर्ट ने हत्यारोपित को 14 दिन के लिए जेल भेज दिया। हत्या का पर्दाफाश करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले पनियरा थानाध्यक्ष राज प्रकाश सिंह, हेड कां विरेंद्र मणि त्रिपाठी, आरक्षी सुनील यादव व रामाज्ञा यादव को 5000 रुपये का पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया है।
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