दूर हुई दिल्ली...इस महत्वपूर्ण ट्रेन में कम हो जाएंगी जनरल बोगियां
रेलवे की महत्वपूर्ण ट्रेन 12555/12556 गोरखधाम एक्सप्रेस में एलएचबी कोच लगते ही दिल्ली की राह मुश्किल हो जाएगी। रेक संयोजन में 24 की जगह एलएचबी के कुल 22 कोच ही लगाए जाएंगे।
गोरखपुर, जेएनएन। पूर्वोत्तर रेलवे की महत्वपूर्ण ट्रेन 12555/12556 गोरखधाम एक्सप्रेस में 14 मार्च से लिंक हाफमैन बुश (एलएचबी) कोच लगते ही दिल्ली की राह मुश्किल हो जाएगी। रेक संयोजन में 24 की जगह एलएचबी के कुल 22 कोच ही लगाए जाएंगे। एसी थर्ड के दो कोच तो बढ़ेंगे, लेकिन जनरल के चार कम हो जाएंगे।
रेलवे प्रशासन ने नए रेक संयोजन में समान्य यात्रियों पर डंडा चलाया है, जबकि जनरल यात्रियों की संख्या लगातार बढ़ रही है। शाम 4.30 बजे रवाना होने वाली ट्रेन के लिए सुबह से ही लाइन लग जाती है। त्योहारों और गर्मी की छुट्टियों में स्थिति भयावह हो जाती है। यात्रियों को सुरक्षा बलों के डंडे खाने पड़ते हैं। दरअसल, गोरखपुर से दिल्ली के बीच ट्रेनें तो हैं लेकिन जनरल के यात्रियों को जगह नहीं मिल पाती। बिहार से चलने वाली ट्रेनें पहले से ही फुल होती हैं। आम जन की परेशानियों के बाद भी आज तक दिल्ली के लिए जनसाधारण एक्सप्रेस नहीं चली।
बोगियों की स्थिति
परंपरागत कोच - जनरल सात, स्लीपर आठ, चेयरकार दो, एसी थर्ड तीन, एसी टू एक, एसी टू व फस्र्ट एक, एसएलआर दो।
एलएचबी कोच - जनरल तीन, स्लीपर आठ, चेयरकार दो, एसी थर्ड पांच, एसी टू एक व फस्र्ट एक, एसएलआर दो।
बढ़ जाएंगी एसी थर्ड की बर्थें
एलएचबी कोच संयोजन में एसी थर्ड की बर्थें बढ़ जाएंगी। अभी जहां तीन परंपरागत कोच लगने से महज 192 बर्थ ही मिल रहीं हैं। वहीं एलएचबी को पांच कोच लग जाने से 360 बर्थें उपलब्ध होंगी। परंपरागत में 64 व एलएचबी में 72 बर्थें होती हैं।
कम हो जाएंगी जनरल की 330 सीटे
नई व्यवस्था में जनरल की 330 सीटें कम हो जाएंगी। परम्परागत में एक बोगी में 90 सीटें होती है। अभी तक साग बोगी लगने पर यह सीट 630 होती थीं। वहीं एलएचबी कोच में 100 सीट होती है। अब तीन बोगी ही रह जाने से यह सीट 300 ही रह जाएंगी।