अब घर बैठे बुक कीजिए जनरल व प्लेटफार्म टिकट
पेपरलेस टिकट योजना के तहत रेलवे मोबाइल एप विकसित कर रहा है। इससे लोगों को इस एप के माध्यम से ही घर बैठे प्लेटफार्म और जनरल टिकट मिलने लगेगा।
गोरखपुर, (जेएनएन)। रेलवे की पेपरलेस टिकट योजना परवान चढऩे लगी है। अब जनरल और प्लेटफार्म टिकट भी ऑनलाइन बुक होंगे। पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन ने मंगलवार से मुख्यालय गोरखपुर सहित लखनऊ, वाराणसी इज्जतनगर मंडल के समस्त स्टेशनों पर मोबाइल यूटीएस एप की ऑनलाइन सुविधा शुरू कर दी है। इस एप के जरिये सीजनल टिकट (एमएसटी) का नवीनीकरण भी हो सकेगा। मोबाइल से बुक टिकट मान्य होंगे। टिकट के प्रिंट के लिए काउंटर पर नहीं जाना पड़ेगा।
इस सुविधा के लिए रेल उपभोक्ता को अपने मोबाइल पर यूटीएस एप अपलोड करना होगा। एप में दो तरह के विकल्प मौजूद रहेंगे। एक पेपरलेस टिकट और दूसरा पेपर टिकट। पेपरलेस विकल्प से बुक टिकट के लिए प्रिंट लेने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। वही मान्य हो जाएगा, लेकिन वह निरस्त नहीं होगा। निरस्त करने के लिए यात्रियों को पेपर टिकट विकल्प से टिकट लेना होगा, लेकिन इसके लिए काउंटर से प्रिंट लेना अनिवार्य होगा। डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड, नेट बैंकिंग, पेटीएम और यूपीआइ आदि के माध्यम से किराये का भुगतान किया जा सकता है। इनके माध्यम से किराये का भुगतान करने पर यात्री को पांच फीसद की छूट मिलेगी। आर वैलेट के माध्यम से दस हजार रुपये का अधिकतम रिचार्ज भी करा सकते हैं।
यह भी जानें
- एप से एनईआर जोन में पडऩे वाले स्टेशनों के ही टिकट बुक होंगे।
- बुक टिकट सेव होंगे न ही स्क्रीन शॉट लिया जा सकता है।
- यात्रा के बाद यह टिकट अपने आप समाप्त हो जाएगा।
- मोबाइल यूटीएस एप से बुक टिकट निरस्त नहीं होगा।
- पांच किमी के दायरे में बनेगा जनरल टिकट।
- दो किमी की दायरे में बनेगा प्लेटफार्म टिकट।
- दो घंटे के लिए मान्य होगा प्लेटफार्म टिकट।
- स्टेशन परिसर या रेललाइन से 15 मीटर के दायरे में एप से बुक नहीं होंगे टिकट।
मिलने वाले फायदे
- टिकट व्यवस्था पेपरलेस होगी, पर्यावरण संरक्षण को मिलेगा बल।
- कम होगी काउंटरों पर भीड़, फुटकर की किचकिच से मिलेगी मुक्ति।
- काउंटरों पर पाकेटमारी व चोरी पर लगेगा अंकुश, रेलवे को राहत।
- नहीं बन पाएंगे फर्जी टिकट, दलालों पर लगेगा पूरी तरह से अंकुश।
- घर से टिकट बुक कर लोग पहुंचेंगे स्टेशन, समय की होगी बचत।