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गोरखपुर नगर निगम का दावा- शहर में अब नहीं फैला रहता है कचरा Gorakhpur News

नगर निगम ने पिछले साल ही शहर को खुले में शौच से मुक्त (ओडीएफ) डबल प्लस घोषित कर दिया था। शहर को स्टार रेटिंग दिलाने के लिए नगर निगम के अफसरों ने सफाई पर जोर दिया। अब दावा है कि कहीं भी खुले में कचरा नहीं रहता।

By Satish ShuklaEdited By: Published: Sat, 21 Nov 2020 03:20 PM (IST)Updated: Sat, 21 Nov 2020 06:50 PM (IST)
गोरखपुर नगर निगम का दावा- शहर में अब नहीं फैला रहता है कचरा Gorakhpur News
गोरखपुर नगर निगम भवन का फाइल फोटो।

 गोरखपुर, जेएनएन। नगर निगम ने शहर को कचरा मुक्त घोषित कर नागरिकों से आपत्ति मांगी है। पांच स्टार रेटिंग के लिए आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय में आवेदन कर दिया है। दावा है कि शहर में कहीं भी कचरा नहीं रहता। सूखे और गीले कचरे को अलग करने की व्यवस्था बनाई जा रही है। गीले कचरे से जैविक खाद का उत्पादन करने की योजना है। 30 नवंबर तक कोई आपत्ति नहीं आयी तो शहर कचरा मुक्त घोषित हो जाएगा।

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नगर निगम प्रशासन ने पिछले साल ही शहर को खुले में शौच से मुक्त (ओडीएफ) डबल प्लस घोषित कर दिया था। शहर को स्टार रेटिंग दिलाने के लिए नगर निगम के अफसरों ने सफाई पर जोर दिया। अफसरों का दावा है कि अब कहीं भी खुले में कचरा नहीं रहता। इससे पहले भी नगर निगम प्रशासन ने शौचालयों की व्यवस्था को लेकर रेटिंग का दावा किया था लेकिन रेटिंग नहीं मिली।

40 स्थानों पर होगा गीले कचरे का निस्तारण

शहर से निकलने वाले गीले कचरे के निस्तारण के लिए नगर निगम प्रशासन 40 स्थानों पर गड्ढा की खोदाई कराएगा। इन गड्ढों में गीला कचरा डालकर जैविक खाद बनाई जाएगी। गड्ढों के लिए जमीन देखी जा रही है। गड्ढों की क्षमता पांच टन से ज्यादा होगी। नगर निगम प्रशासन गड्ढों में तैयार जैविक खाद का इस्तेमाल अपने पार्कों में करेगा। यदि खाद बची तो इसे बाजार में बेचने की योजना है।

पिछले साल पांच शहरों को मिली थी रेटिंग

इस साल मई में कचरा मुक्त शहरों की सूची में प्रदेश के अलीगढ़, गजरौला, गाजियाबाद, झांसी व लखनऊ को एक स्टार रेटिंग मिली थी। तीन स्टार रेटिंग नोएडा को मिली थी। पांच स्टार की रेटिंग में प्रदेश का कोई शहर शामिल नहीं हो सका था। पिछले साल तीन स्टार की सूची में गाजियाबाद शामिल था।

घर जाकर कूड़ा उठाना जरूरी

कचरा मुक्त शहर घोषित करने के लिए आवेदन करने के बाद मंत्रालय की टीम जांच के लिए आएगी। 25 बिंदुओं पर जांच की जाएगी। इसमें घर से कूड़ा उठाना, सूखा व गीला कचरा अलग-अलग इकट्ठा करना, पूरे शहर की सफाई, कचरा इकट्ठा करने के लिए डस्टबिन, नालों के पानी को साफ करने की सुविधा, कूड़ा निस्तारण प्लांट, ओडीएफ डबल प्लस आदि शामिल है। अपर नगर आयुक्‍त डीके सिन्‍हा का कहना है क‍ि शहर को कचरा मुक्त घोषित कर आपत्ति मांगी गई है। यदि कोई आपत्ति आएगी तो उसका निस्तारण कराया जाएगा। मंत्रालय में पांच स्टार के लिए आवेदन कर दिया गया है। अगले साल परिणाम आएगा।


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