बीआरडी के एक और डाक्टर के नाम पर फर्जी पैथोलॉजी
गोरखपुर बीआरडी मेडिकल कालेज के डाक्टरों के नाम से शहर में कई फ्राड लोग पैथोलॉजी संचालित कर रहे हैं। अब तक दो डाक्टरों के नाम पर तीन पैथोलॉजी मिली है। खास बात यह है कि संबंधित विभाग इस मामले में चुप्पी साधे हुए है।
गोरखपुर : बीआरडी मेडिकल कालेज के डाक्टर के नाम से शहर में फर्जी पैथोलॉजी चलने का एक और मामला प्रकाश में आया है। डाक्टर के नाम से कुसम्ही और महादेव झारखंडी में फर्जी पैथोलॉजी चल रही है। डॉक्टर ने गुरुवार को इस संबंध में गुलरिहा पुलिस को तहरीर दी। एसपी के निर्देश पर थाना प्रभारी ने मामले की छानबीन शुरू कर दी है।
बीआरडी मेडिकल कॉलेज के पैथोलॉजी विभाग की एसोसिएट प्रोफेसर डॉक्टर अर्चना बुंदेला ने गुलरिहा थाने में तहरीर देकर बताया कि कुसम्ही और महादेव झारखंडी में उनके नाम से पैथोलॉजी का संचालन किया जा रहा है। पुलिस का मानना है कि इसके अलावा भी कई अन्य डॉक्टर के नाम पर फर्जी तरीके से पैथालॉजी संचालित करने का मामला सामने आ सकता है।
इससे पहले मेडिकल कालेज में तैनात डॉ. अर्चना श्रीवास्तव ने अपने नाम पर फर्जी पैथोलॉजी चलने की शिकायत गुलरिहा पुलिस से की थी। बुधवार को थाना प्रभारी ने जयदीप वर्मा ने लीलावती पैथोलॉजी के संचालक गुलरिहा के टिकरिया निवासी विनोद कुमार सिंह को गिरफ्तार किया था। उससे पूछताछ के बाद जौनपुर निवासी एमबीबीएस छात्र सुनील कुमार सरोज पकड़ा गया। पूछताछ में पता चला कि सुनील ने पैथोलॉजी संचालक को डॉक्टर कंचन का प्रमाण मुहैया कराया था। आश्चर्यजनक बात है कि फर्जी पैथोलॉजी की जानकारी विभाग के पास नहीं है। न तो कभी जांच की गई और न कभी कार्यवाही हुई। डाक्टर इस बात से परेशान हैं कि पता नहीं किस डाक्टर के नाम से कहां पैथोलॉजी चल रही है।
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इस संबंध में एसपी नार्थ रोहित सिंह सजवान का कहना है कि बीआरडी मेडिकल कॉलेज में तैनात डॉक्टर के नाम फर्जी पैथोलॉजी चलाए जाने की शिकायत मिली है। मामले की जांच चल रही है। जल्द ही आरोपितों को गिरफ्तार कर पुलिस रैकेट का पर्दाफाश करेंगी।