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सोशल मीडिया पर बेरोजगारों से ठगी, तीन से पांच लाख में बना रहे रेलवे में क्लर्क, गेटमैन और खलासी Gorakhpur News

रेलवे और आइआरसीटीसी के बाद अब जालसाजों ने रेलवे में आउटसोर्सिंग के तहत टिकट कलेक्टर (टीसी) और बुकिंग क्लर्क सहित दर्जनों पदों पर भर्ती शुरू कर दी है।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Published: Sun, 19 Jan 2020 01:20 PM (IST)Updated: Mon, 20 Jan 2020 10:08 AM (IST)
सोशल मीडिया पर बेरोजगारों से ठगी, तीन से पांच लाख में बना रहे रेलवे में क्लर्क, गेटमैन और खलासी  Gorakhpur News
सोशल मीडिया पर बेरोजगारों से ठगी, तीन से पांच लाख में बना रहे रेलवे में क्लर्क, गेटमैन और खलासी Gorakhpur News

गोरखपुर, जेएनएन। तू डाल-डाल मैं पात-पात वाली कहावत रेलवे और जालसाजों पर सटीक बैठ रही है। रेलवे और आइआरसीटीसी के बाद अब जालसाजों ने रेलवे में आउटसोर्सिंग के तहत टिकट कलेक्टर (टीसी) और बुकिंग क्लर्क सहित दर्जनों पदों पर भर्ती शुरू कर दी है। उनके फर्जी इश्तेहार सोशल मीडिया पर बेरोजगार युवाओं को खूब लुभा रहे हैं।

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बीस साल के अनुबंध का दे रहे झांसा

जालसाज बकायदा रेलवे में 20 साल के अनुबंध पर टीसी, बुकिंग क्लर्क, गुड्स गार्ड, ट्रैमैन, गैंगमैन, प्वाइंटमैन, कीमैन और चपरासी आदि पदों पर भर्ती करने का दावा कर रहे हैं। जालसाजों की खगोल लिमिटेड नाम की कंपनी युवाओं के बीच चर्चा में है। यह कंपनी रेलवे के 22 श्रेणियों में तीन हजार पदों पर नियुक्ति का दावा कर रही है। जबकि, रेलवे में इन पदों पर रेलवे भर्ती बोर्ड के अलावा कोई दूसरा विभाग या संस्था तैनाती कर ही नहीं सकती। इसके बाद भी दूर-दराज गांवों के बेरोजगार युवा फर्जी विज्ञापनों और प्रलोभन में फंस रहे हैं।

ज्‍वाइन करने पहुंचे तब पता चला फर्जीवाड़ा

दिसंबर में कुछ युवा गोरखपुर स्टेशन पर आइआरसीटीसी का फर्जी ज्वाइनिंग लेटर लेकर पहुंचे थे। पिछले सप्ताह से कुछ युवा एक कंपनी का विज्ञापन लेकर आइआरसीटीसी के अधिकारियों के पास घूम रहे हैं। हालांकि, आइआरसीटीसी इसको लेकर सतर्क है। शिकायत पर आगरा मंडल में कुछ जालसाजों की गिरफ्तारी भी हुई है। रेलवे बोर्ड और संबंधित विभागों को पत्र भी लिखा है, लेकिन कहीं कोई नोटिस नहीं ले रहा। दरअसल, जालसाज रेलवे में इधर नियुक्तियों की प्रक्रिया धीमी पडऩे का लाभ उठा रहे हैं।

निजीकरण के नाम बहला रहे युवाओं को

युवाओं को यह कहकर बरगला रहे हैं कि रेलवे को अब आइआरसीटीसी और निजी कंपनियां ही चलाएंगी। अंदर-अंदर आइआरसीटीसी और निजी कंपनियों में भर्ती शुरू है। बेरोजगार भी उनके झांसे में आकर ठगी का शिकार हो रहे हैं। जालसाजों द्वारा नौकरी दिलाने के बदले तीन से पांच लाख रुपये वसूलने की बातें सामने आ रही हैं।

नियुक्तियों से संबंधित जानकारी सामान्यत: रोजगार समाचार पत्र के माध्यम से ही आम जनता तक पहुंचाई जाती है। इसके अतिरिक्त पूर्वोत्तर रेलवे के अधिकृत वेबसाइट पर भी सभी सूचनाएं उपलब्ध रहती हैं। किसी भी प्रकार के फर्जीवाड़े अथवा भ्रष्टाचार संबंधी सूचना विजिलेंस विभाग के नंबर 0551-155210 पर दी जा सकती है। - पंकज कुमार सिंह, सीपीआरओ, एनई रेलवे 


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