मृत व्यक्तियों को ‘जिंदा’ दिखाकर जारी कराया आदेश, पेशकार समेत पांच पर केस
एक चौंकाने वाली घटना में, पेशकार समेत पांच लोगों पर मृत व्यक्तियों को जीवित दिखाकर आदेश जारी कराने का आरोप लगा है। आरोपियों पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज ...और पढ़ें

तस्वीर का इस्तेमाल प्रतीकात्मक प्रस्तुतीकरण के लिए किया गया है। जागरण
जागरण संवाददाता, गोरखपुर। भूमि हड़पने के लिए मृत व्यक्तियों को ‘ज़िंदा’ दिखाकर उनके नाम से नोटिस और आदेश जारी करा लिया गया। पीड़ित ने कोर्ट में प्रार्थना पत्र देकर राजस्व अभिलेखों में हेरफेर करने और भूमि हड़पने की साज़िश रचने का आरोप लगाया। कोर्ट के आदेश पर कैंट थाना पुलिस ने राजस्व निरीक्षक, एसडीएम सदर कार्यालय के पेशकार सहित पांच लोगों पर मुकदमा दर्ज किया है।
गीडा के गुरौली बुजुर्ग में रहने वाले मुसाफिर निषाद ने न्यायालय में दिए प्रार्थना पत्र में कहा है कि गाटा संख्या 98 और 99 की भूमि उनके नाम पैतृक और बैनामा के आधार पर दर्ज है। गांव के व्यास मौर्य, सम्राट मौर्य और दुर्गावती मौर्य की गाटा संख्या 100 में भूमि है।
मुसाफिर का आरोप है कि उक्त तीनों ने उनकी उनकी भूमि पर अवैध कब्जा करने की नीयत से राजस्व निरीक्षक वीर बहादुर सिंह और एसडीएम सदर कार्यालय के पेशकार दिनेश मौर्य के साथ मिलकर षड्यंत्र रचा। योजना के तहत लगभग 10 वर्ष पहले मर चुके गोपाल और लालमनी पत्नी रुपई को ‘ज़िंदा’ दिखाते हुए उन्हें पक्षकार बनाया गया।
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इतना ही नहीं, दोनों के नाम पर नोटिस भी तामील करा दिया गया। राजस्व निरीक्षक ने जानबूझकर गलत रिपोर्ट लगाई और पेशकार दिनेश मौर्य ने पत्थर नसब का आदेश पारित करा दिया।
जब उन्होंने आदेश की प्रति लेकर यह जानना चाहा कि मृतकों को नोटिस कैसे तामील दिखा दिया गया, तो एसडीएम कार्यालय के पेशकार ने जानकारी देने से इनकार कर दिया। सीओ कैंट योगेंद्र सिंह ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है। साक्ष्य के आधार पर आगे की कार्रवाई होगी।

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