हर्रैया के चार गांव मशरूम उत्पादन के बनेंगे हब
- किसानों के उत्पादन स्थल पर पहुंची सीडीओ बढ़ाया उत्साह - पोषण वाटिका कार्यक्रम के शुभारंभ के बाद किसानों से किया संवाद
जागरण संवाददाता, बस्ती : कृषि विज्ञान केंद्र बंजरिया की ओर से हर्रैया क्षेत्र के नागपुर, दिवाकरपुर, पुरैना व चयनपुर गांवों को मशरूम उत्पादन का हब बनाए जाने की कवायद शुरू हो गई है। शनिवार को सीडीओ सरनीत कौर ब्रोका मशरूम उत्पादन में लगे किसानों के बीच पहुंची। उनके उत्पादन स्थल का अवलोकन किया और उत्साह बढ़ाया।
कहा कि मशरूम उत्पादन कार्य में लगे भूमिहीन किसान इससे अच्छी आमदनी प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने किसान शिवेंद्र सिंह, विक्रम, गोलू, आशीष, ओमप्रकाश, अमरीका, रामप्रकाश, शेर अली, शिवम, आलोक कुमार, संजय, शिव कुमार, कृष्णावती, सुशील प्रकाश, धर्मेंद्र कुमार, जितेंद्र कुमार, सुग्रीव के मशरूम उत्पादन कारोबार को देखकर प्रसन्नता जताई। कहा कि अन्य किसान भी इनसे सीख लें। उन्होंने एकीकृत कृषि प्रणाली के अंतर्गत मुर्गी पालन, बकरी पालन, मछली पालन के प्रति जानकारी दी। बैंक अधिकारियों से कहा कि लोन लेकर जो किसान इस कार्य में लगना चाह रहे हैं उनको ऋण दिया जाए। जिला अग्रणी बैंक अधिकारी ने अवगत कराया कि 26 आवेदन आए हैं, 10 का लोन जल्द ही स्वीकृत हो जाएगा। खंड विकास अधिकारी ने किसानों से कहा कि समूह बनाकर मशरूम का उत्पादन करें।
केंद्र अध्यक्ष डा. एसएन सिंह ने कहा कि छह साल पहले दो किसान कृष्णावती और शिवेंद्र सिंह द्वारा मशरूम उत्पादन का कार्य शुरू किया था। वह अब क्षेत्र के 150 किसानों तक पहुंच गया है। 10 विकास खंडों में उत्पादन का कार्य हो रहा है। 30 महिला किसानों को पोषण वाटिका के लिए सब्जियों का मिनी किट, कड़कनाथ मुर्गा एवं 20 किसानों को सरसो बीज वितरित किया गया।
डा. डीके श्रीवास्तव, डा प्रेम शंकर, डा. वीना सचान, डा. आरवी सिंह, निखिल सिंह, योगेंद्र मौजूद रहे।