नेपाल बार्डर से लौटाए गए चार चीनी नागरिक, 12 विदेशियों की हुई स्क्रीनिंग Gorakhpur News
ठूठीबारी में इमीग्रेशन की सुविधा नहीं होने के कारण सभी का मोबाइल नंबर लेकर वापस भेज दिया गया है। वे चाहे तो सोनौली में जांच करा कर भारत में प्रवेश कर सकते हैं।
गोरखपुर, जेएनएन। कोरोना वायरस को लेकर बुधवार को भी नेपाल से जुड़ी महराजगंज जिले की सोनौली व ठूठीबारी सीमा पर चिकित्सकों की टीम मुस्तैद रही। ठूठीबारी सीमा पर इमीग्रेशन की सुविधा नहीं होने के कारण चार चीनी नागरिकों को वापस कर दिया गया।
इसलिए किया गया वापस
डा. एसएन राम ने बताया कि सभी आने जाने वाले विदेशी नागरिकों की जांच पड़ताल की जा रही है। दोपहर 12 बजे चीन के चार लोग इस रास्ते से आए थे। इनमें इयो वी गोजिम निवासी बीजिंग, जू लिहोंग निवासी बीजिंग, वांग ह्यूवो निवासी जू हाई गेंडोंग और जी विन्झुआम निवासी हवई हैं। ठूठीबारी में इमीग्रेशन की सुविधा नहीं होने के कारण सभी का मोबाइल नंबर लेकर वापस भेज दिया गया है। वे चाहे तो सोनौली में जांच करा कर भारत में प्रवेश कर सकते हैं। सोनौली सीमा पर भी कोरोना वायरस को लेकर बुधवार को अलर्ट जारी रहा। स्क्रीनिंग जांच करने वाले चिकित्सक चौकस रहे।
अभी तक कोई संक्रमित नहीं मिला
नेपाल से भारत प्रवेश कर रहे 12 विदेशी नागरिकों की स्क्रीनिंग की गई। चिकित्सक राजीव शर्मा ने बताया कि अभी तक कोई चीनी नागरिक नेपाल बार्डर से भारत में प्रवेश नहीं किया है। जो नागरिक आए हैं, उसमें थाईलैंड, बैंकाक व फ्रांस के नागरिक शामिल हैं । कोई भी विदेशी संक्रमित नहीं पाया गया है ।
18 चीनी यात्रियों के साथ पर्यटकों की ट्रेन पहुंची नौतनवा
महराजगंज जिले के नौतनवा रेलवे स्टेशन पर बुधवार सुबह आठ बजे प्लेटफार्म नंबर एक पर बौद्धिस्ट सर्किट स्पेशल ट्रेन पहुंची। इस दौरान पर्यटकों की टीम ने प्लेटफार्म पर उतरते ही भगवान बुद्ध को नमन कर विश्व शांति की कामना की।
इन्हें मिली घूमने की अनुमति
ट्रेन में कोरिया, थाईलैंड, जापान, म्यांमार, नीदरलैंड आदि देशों के 58 महिला व पुरुष पर्यटक सवार थे। जिसमें चाइना के 18 यात्री बताए जा रहे हैं। पर्यटकों ने बताया कि कोरोना की आशंका को देखतेे हुए सभी की दिल्ली एयरपोर्ट पर जांच हुई थी, इसके बाद भी इन्हें भारत में घूमने की अनुमति मिली।