वन महोत्सव में रोपित किए जाएंगे 40 हजार आक्सीजन देने वाले पौधे
नवीन प्रकाश शाक्य डीएफओ ने बताया कि कोरोना के संक्रमण को देखते हुए इस बार पौधारोपण के दौरान अधिक आक्सीजन देने वाले पौधे अधिक लगाने का निर्णय लिया गया है। जुलाई के प्रथम सप्ताह में इनका रोपण किया जाएगा। वन विभाग की 22 नर्सरियों में ऐसे 58645 पौधे तैयार हैं।
बस्ती: कोरोना की दूसरी लहर में आक्सीजन की कमी का संकट झेलने के बाद पर्यावरण की चिता सबके मन में बस गई है। इस बार पौधारोपण में सर्वाधिक आक्सीजन देने वाले पौधे लगाने की तैयारी है। वन विभाग ने पीपल,बरगद,नीम, पाकड़,चितवन के 40 हजार पौधे रोपित करने का खाका खींच दिया है। पौधारोपण के दौरान कुल 32 लाख 77 हजार पौधे रोपित किए जाएंगे। इनमें से वन विभाग अकेले 10.86 लाख पौधे रोपित करेगा। इनमें फलदार,छायादार,औषधीय,शोभाकार व सर्वाधिक आक्सीजन देने वाले पौधे शामिल हैं। पिछले दो साल से कोरोना के चलते आक्सीजन के संकट से तमाम लोगों की मौत हो गई। ऐसे में वन विभाग ने इस बार पौधारोपण के दौरान ऐसे पौधों की संख्या बढ़ाने का निर्णय लिया है, जिनसे अधिक आक्सीजन मिलता है। पिछले सत्र में महज 15 हजार ऐसे पौधे लगाए गए थे, इस बार इनकी संख्या दोगुनी से अधिक कर दी गई है। पहली से सात जुलाई तक वन महोत्सव का आयोजन किया जाएगा। इसी दौरान सर्वाधिक आक्सीजन देने वाले बस्ती वन प्रभाग के सभी रेंज में लगाए जाएंगे। बस्ती वन प्रभाग की 22 नर्सरियों में ऐसे 58645 पौधे तैयार किए गए हैं। चार लाख के करीब औषधीय गुण वाले अर्जुन, जामुन,चिलबिल, महुआ आदि के पौधे भी लगाए जाएंगे। नर्सरियों में उपलब्ध पौधों का विवरण
पीपल 3090
पाकड़ 7830
बरगद 4961
चितवन 5300
नीम 37464
नवीन प्रकाश शाक्य, डीएफओ ने बताया कि कोरोना के संक्रमण को देखते हुए इस बार पौधारोपण के दौरान अधिक आक्सीजन देने वाले पौधे अधिक लगाने का निर्णय लिया गया है। जुलाई के प्रथम सप्ताह में इनका रोपण किया जाएगा। वन विभाग की 22 नर्सरियों में ऐसे 58645 पौधे तैयार हैं।