कई महीने से नित्यानंद की हत्या की फिराक में था होमगार्ड जवान
गोरखपुर : कटसहरा में बैंक के अंदर अपने ही गांव के नित्यानंद शुक्ल को सरकारी राइफल से गा
गोरखपुर : कटसहरा में बैंक के अंदर अपने ही गांव के नित्यानंद शुक्ल को सरकारी राइफल से गोली मारकर मौत के घाट उतारने वाला होमगार्ड पिछले कई महीने से उनकी हत्या करने की फिराक में था। शनिवार को उन्हें बैंक में देखते ही उसने योजना पर तत्काल अमल करने का फैसला कर लिया। वारदात के बाद पकड़े जाने पर उसने स्पष्ट रूप से स्वीकार किया कि उसकी एक करीबी महिला से नित्यानंद के करीबी रिश्ते थे। पहली बार उनको आपत्तिजनक दशा में देखने के बाद ही उसने नित्यानंद की हत्या की योजना बनानी शुरू कर दी थी।
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नित्यानंद के बाहर निकलने में देर होने पर खुद पहुंच गया अंदर : हरपुर थाने में होमगार्ड चांदपार निवासी सुरेश पाल की शनिवार को कटसहरा में बैंक सुरक्षा ड्यूटी लगी थी। पूछताछ में उसने बताया कि नित्यानंद को बैंक में आता देख मन ही मन उसने उनकी हत्या करने का निर्णय ले लिया। पहले उसने बैंक से निकलते समय उनको गोली मारने की योजना बनाई, लेकिन उनके बाहर निकलने में देर होने पर खुद अंदर पहुंचकर उसने घटना को अंजाम दिया। बता दें कि रुपये जाम करने के बाद नित्यानंद प्रबंधक के चेंबर में जाकर उनसे बातचीत करने लगे। इसीलिए उनके बाहर निकलने में देर हुई।
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ड्यूटी में तैनात साथी होमगार्ड ने ही पकड़ा : सुरेश पाल के साथ बैंक की सुरक्षा में होमगार्ड नंदलाल की भी ड्यूटी लगी थी। नित्यानंद के बैंक के अंदर जाते समय दोनों होमगार्ड जवान गेट पर ही थे लेकिन नंदलाल को सुरेश के दिमाग में चल रहे षडयंत्र का जरा भी अहसास नहीं हुआ। वह बैंक के अंदर जाने लगा तब भी नंदलाल ने इस पर ध्यान नहीं दिया। थोड़ी देर बाद गोली चलने की आवाज सुनकर नंदलाल दौड़ते हुए प्रबंध के चेंबर में पहुंचे तो फर्श पर नित्यानंद की लाश और बगल में राइफल लेकर खड़ा सुरेश दिखाई दिया। माजरा समझ में आते ही नंदलाल ने राइफल छीनने के बाद उसे दबोच लिया।
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सबके सामने चीख-चीखकर बताई हत्या की वजह : पकड़े जाने के बाद सुरेश ने आपा खो दिया था। कुछ देर तक वह खुद को छुड़ाकर भागने की कोशिश करता लेकिन इसमें सफल न होने पर उसने बैंक के अंदर मौजूद लोगों के सामने चीख-चीखकर नित्यानंद के अवैध संबंध के बारे में बताने लगा।
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थाने में की थी शिकायत, लेकिन नहीं हुई कार्रवाई : आरोपित सुरेश पाल के मुताबिक नित्यानंद को उसने पहली बार जब आपत्तिजनक दशा में देखा था तो थाने जाकर इस संबंध में उसने उसके विरुद्ध तहरीर दी थी। वह नित्यानंद के विरुद्ध दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कराना चाहता था लेकिन पुलिस वालों ने खुद की बदनामी का हवाला देकर उसे समझा-बुझाकर शांत करा दिया था।
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पिता ने दी तहरीर, नहीं बताई हत्या की वजह : नित्यानंद की हत्या के मामले मे उनके पिता रमेश चंद्र शुक्ल ने नामजद तहरीर दी है। हालांकि तहरीर में उन्होंने हत्या की कोई वजह नहीं बताई है। पुलिस से बातचीत में भी उन्होंने हत्या की कोई वजह बता पाने में असमर्थता व्यक्त की। साथ ही किसी से ऐसी दुश्मनी होने से भी इन्कार किया, जिसके चलते बेटे की हत्या हो जाए।
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चश्मदीद ने दी पुलिस को सूचना : जिस समय नित्यानंद की हत्या हुई, उस समय हरपुर क्षेत्र के रामनगर खास निवासी दीनदयाल बैंक के अंदर ही मौजूद थे। वह दो हजार रुपये की नोट बदलने बैंक गए थे। बकौल दीनदयाल कैश काउंटर पर कतार में वह नित्यानंद के पीछे थे। पैसा जमा करने के बाद नित्यानंद उनके सामने ही प्रबंधक के चेंबर में चले गए। थोड़ी देर बाद होमगार्ड जवान आया और उन्हें गोली मार दी। पहले तो उन्हें कुछ समझ में नहीं लेकिन बाद में बदहवास होकर वह भागते हुए बैंक के बाहर आ गए। बाहर निकलते ही उनकी नजर थोड़ी दूरी पर मौजूद पीआरवी (पुलिस रिस्पांस व्हीकल) पर पड़ी तो दौड़ते वह पुलिस वालों के पास पहुंचे और बैंक के अंदर हुई घटना के बारे में उन्हें बताया। पहले तो पुलिस वालों को इस पर यकीन नहीं हुआ लेकिन बाद में बैंक के अंदर जाकर उन्होंने आरोपित को हिरासत में लेकर उच्चाधिकारियों को इसकी सूचना दी।
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