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गोरखपुर में अतिक्रमण मुक्त होंगे फुटपाथ, सर्वे का काम शुरू

यद्यपि गोरखपुर शहर में करीब करीब सभी फुटपाथों पर अतिक्रमण है। इसमें सबसे ज्‍यादा अतिक्रमण का शिकार गोलघर का फुटपाथ है। यहां दुकानों के सामने गाडि़यां लाइन में खड़ी रहती हैं। पहले दुकानदारों और उनके कर्मचारियों की गाडि़यां खड़ी होती हैैं उसके बाद ग्राहकों की।

By Satish Chand ShuklaEdited By: Published: Wed, 21 Jul 2021 02:27 PM (IST)Updated: Wed, 21 Jul 2021 06:24 PM (IST)
गोरखपुर में अतिक्रमण मुक्त होंगे फुटपाथ, सर्वे का काम शुरू
कमिश्नर रवि कुमार एनजी का फाइल फोटो, जागरण।

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। शहर में फुटपाथ पर कहीं स्थायी निर्माण हो गया है तो कहीं ठेला-खोमचा वालों ने कब्जा कर लिया है। इससे पैदल यात्रियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। यात्री सड़क पर चलते हैं तो यातायात में रुकावट आती है। इसे देखते हुए कमिश्नर रवि कुमार एनजी ने नगर निगम, लोक निर्माण विभाग (पीडब्लूडी) और राजस्व विभाग के अफसरों की टीम गठित की है। यह अफसर सर्वे कर पूरी रिपोर्ट देंगे।

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गोलघर में सबसे ज्‍यादा अतिक्रमण

यद्यपि गोरखपुर शहर में करीब करीब सभी फुटपाथों पर अतिक्रमण है। इसमें सबसे ज्‍यादा अतिक्रमण का शिकार गोलघर का फुटपाथ है। यहां दुकानों के सामने गाडि़यां लाइन में खड़ी रहती हैं। दुकान खोलते ही दुकान और उनके कर्मचारियों की गाडि़यां खड़ी हो जाती हैं, उसी की देखा देखी ग्राहकों की ग‍ाडि़यां लाइन से खड़ी होना शुरू होती हैं। कुल मिलाकर दुकानदार ज्‍यादा दोषी हैं। कई जगहों पर तो स्थायी निर्माण भी हो चुका है। हिंदी बाजार, रेती चौक, नखास, गीता प्रेस रोड आदि इलाकों में तो पटरियों की कौन कहे दिन में सड़क पर ही कब्जा हो जाता है। यह मुस्लिम बहुल इलाका है। रही-सही कसर वाहनों के खड़ा होने से पूरी हो जाती है। इसे देखते हुए कमिश्नर ने पहल की है।

कहां भेजा जाए, यह भी बताना होगा

कमिश्नर ने अफसरों को निर्देश दिए हैं कि वह सर्वे रिपोर्ट में अतिक्रमण की पूरी जानकारी तो दें ही, साथ ही यह भी बताएं कि ठेला-खोमचा वालों को कहां शिफ्ट किया जा सकता है। अतिक्रमण करने वालों को हटा देने से ही समस्या का समाधान नहीं होगा, यदि इन सभी को कहीं व्यवस्थित रूप से जगह दे दी जाएगी तो वह वापस इन स्थानों पर नहीं आएंगे। इससे एक बार खाली हुआ फुटपाथ हमेशा वैसा ही रहेगा। जहां स्थायी निर्माण हो गया है उसकी भी पूरी रिपोर्ट देनी है। माना जा रहा है कि रिपोर्ट के आधार पर प्रशासन और नगर निगम की टीम अतिक्रमण को ढहाएगी। कमिश्नर रवि कुमार एनजी का कहना है कि फुटपाथों को पैदल यात्रियों के चलने के लिए बनाया जाता है। तीन विभागों की कमेटी गठित कर सर्वे के निर्देश दिए गए हैं। इनकी रिपोर्ट के आधार पर फुटपाथों से कब्जा हटाया जाएगा।

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