North Eastern Railway: सभी इंजनों में लगाई गई फाग सेफ डिवाइस Gorakhpur News
दुर्घटनाओं को रोकने के लिए पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन ने संबंधित विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों को आवश्यक दिशा निर्देश जारी कर दिया है। ट्रेन के इंजनों पर बैठकर फुट प्लेटिंग के लिए भी निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
गोरखपुर, जेएनएन। कोहरे में निर्बाध ट्रेन संचालन को लेकर पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन ने अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं। फिलहाल सभी यात्री ट्रेनों के इंजनों में फ़ाग सेफ डिवाइस लगा दी गई हैं । फाग सेफ डिवाइस स्टेशन यार्ड और समपार फाटक से 500 मीटर पहले ही सिग्नल की जानकारी दे देती हैं। यह डिवाइस लोको पायलटों को जागरूक करती रहती हैं। इससे दुर्घटनाओं पर पूरी तरह अंकुश लगता है।
अधिकारियों और कर्मचारियों को दिशा निर्देश जारी
दुर्घटनाओं को रोकने के लिए पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन ने संबंधित विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों को आवश्यक दिशा निर्देश जारी कर दिया है। ट्रेन के इंजनों पर बैठकर फुट प्लेटिंग के लिए भी निर्देश जारी कर दिए गए हैं। अधिकारियों के लिए पेट्रोलिंग चार्ट तैयार कर दिए गए है। फुट प्लेटिंग करने वाले अधिकारी को जीपीएस आधारित ट्रैकर उपलब्ध कराया जाएगा। ताकि पेट्रोलिंग की प्रभावी मॉनिटरिंग की जा सके साथ ही सूचनाओं का आदान प्रदान हो सके।
रेल लाइन के तापमान की नियमित रूप से जांच जारी
पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह के अनुसार रेल लाइन के तापमान की नियमित रूप से जांच की जाती है।तापमान का रिकॉर्ड रजिस्टर में भी दर्ज किया जाता है। रेल लाइनों के जोड़ तथा फिश प्लेटों के बोल्ट होल का परीक्षण व लुब्रिकेशन किया जा रहा है। ठंड के मौसम में रेल लाइनों का तापमान एक निश्चित सीमा के नीचे आने पर कोल्ड वेदर पेट्रोलिंग की व्यवस्था सुनिश्चित कर ली गई है। इसके अलावा पर्याप्त मात्रा में पटाखा की आपूर्ति की जा चुकी है। सिगनल साइडिंग बोर्ड पर लाइन मार्किंग की जा रही है। पूर्वोत्तर रेलवे के तीनों मंडलों लखनऊ वाराणसी और इज्जत नगर में चूने की मार्किंग सहित सभी अपेक्षित कार्य पूरे कर लिए गए हैं।
प्रशिक्षति किए जा रहे सिग्नल मैन
कोहरे में कार्य करने वाले फाग सिग्नल मैन को प्रशिक्षित किया जा रहा है। स्टेशन मास्टर पर्याप्त दृश्यता की जांच करेंगे। इसके लिए आवश्यक निर्देश जारी कर दिए गए हैं। दृश्यता की जांच के बाद ही ट्रेनों का संचालन निर्धारित किया जाएगा। कोहरे के मौसम में ट्रेन की अंतिम बोगी में फ्लैशिंग टेल लैंप लगाए जा रहे हैं। लोको पायलटों, गार्डों और संबंधित कर्मचारियों को नियमित अंतराल पर प्रशिक्षित किया जा रहा है। पूरा प्रयास किया जा रहा है कि कोहरे में भी ट्रेनों का संचालन निर्बाध गति से होता रहे।