श्रीलंका में चल रही कुशीनगर एयरपोर्ट से उड़ान की तैयारियां Gorakhpur News
कुशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट से उड़ान की तैयारियां श्रीलंका में भी जोर-शोर से चल रहीं हैं। श्रीलंका स्थित भारतीय उच्चायोग के अधिकारियों ने वहां के बौद्ध धर्मगुरुओं से संपर्क साधा है। उन्होंने धर्मगुरुओं को प्रस्तावित कोलंबो-कुशीनगर उद्घाटन उड़ान का पूरा ब्योरा दिया।
गोरखपुर, जेएनएन: नवनिर्मित कुशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट से उड़ान की तैयारियां श्रीलंका में भी जोर-शोर से चल रहीं हैं। श्रीलंका स्थित भारतीय उच्चायोग के अधिकारियों ने वहां के बौद्ध धर्मगुरुओं से संपर्क साधा है। उन्होंने धर्मगुरुओं को प्रस्तावित कोलंबो-कुशीनगर उद्घाटन उड़ान का पूरा ब्योरा दिया। इस उद्घाटन उड़ान में श्रीलंका के बौद्ध भिक्षु कुशीनगर आएंगे। उच्चायोग के अधिकारिक ट्विटर हैंडल से हुए ट्वीट से इसकी जानकारी मिली है। भारतीय उच्चायुक्त गोपाल बांगले ने श्रीलंका के प्रमुख बौद्ध धर्मगुरु प्रो. कोटपिटी राहुला अनुनायका थेरो से मुलाकात कर भारत-श्रीलंका संबंधों की मजबूती के संबंध में हुई कई पहलों का उल्लेख किया।
प्रथम इंटरनेशनल उड़ान की दी जानकारी
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दिए गए 15 मिलियन यूएस डालर अनुदान और कुशीनगर एयरपोर्ट पर श्रीलंका से होने वाली प्रथम इंटरनेशनल उड़ान की जानकारी दी। एयरपोर्ट अधिकारियों ने पूर्व में पांच से 10 अक्टूबर के मध्य में कभी भी श्रीलंका से बोइंग 737 से 180 यात्रियों/बौद्ध भिक्षुओं को लेकर आने की बात कही थी, किंतु कोविड-19 के चलते यह उड़ान टल गई। अब इस उड़ान के फरवरी में आने की बात कही जा रही है। श्रीलंका में उद्घाटन उड़ान की तैयारियां चल रही हैं। वहां के अधिकारी व बौद्ध भिक्षु सपर्क में हैं।कुशीनगर एयरपोर्ट के निदेशक एके द्विवेदी ने कहा कि यह तय है कि उद्घाटन उड़ान श्रीलंका से होगी। यहां भी तैयारी करीब पूरी है। सब कुछ ठीक रहा तो फरवरी में उड़ान होगी।
बैठक शुरू होते ही प्रशासन व भवन स्वामियों में मतभेद
कुशीनगर जनपद के कसया तहसील सभागार में एडीएम विंध्यवासिनी राय की अध्यक्षता में आयोजित एयरपोर्ट विस्तार से प्रभावित किसानों संग बैठक विवाद की भेंट चढ़ गई। बैठक शुरू होते ही प्रशासन व भवन स्वामियों के बीच मतभेद गहरा गया। भलुही मदारी पट्टी के लोग बैठक का बहिष्कार कर बाहर निकल गए। उन्होंने नारेबाजी भी की। एयरपोर्ट विस्तारीकरण के लिए 34 एकड़ और भूमि की दरकार है। इसमें भलुही में 36 व बेलवा दुर्गाराय में 21 भवन जद में आ रहे हैं। भवन स्वामी निर्धारित दर पर मुआवजे चाहते हैं तो प्रशासन समझौते के आधार पर उसे निर्धारित करना चाह रहा है। इसे लेकर कई दौर की बैठक हो चुकी है। एडीएम विंध्यवासिनी राय ने बैठक बुलाई थी। दोनों गांवों के भवन स्वामी जुटे थे। बैठक शुरू होते ही ज्वाइंट मजिस्ट्रेट पूर्ण बोरा ने कहा कि बैठक में वहीं शामिल हों, जिनका भवन आबादी में हो। बंजर वाले लोग बाहर निकल जाएं। इस बात को लेकर भलुही मदारी पट्टी के लोगों ने बैठक का बहिष्कार कर दिया।