गोरखपुर से अब कोहरे में भी उड़ान भरेंगे विमान, दिल्ली की फ्लाइट का बदल जाएगा समय
गोरखपुर एयरपोर्ट पर वेरी हाई फ्रीक्वेंसी ओमनी डायरेक्शनल रेंज उपकरण चालू हो गया है। अब यहां से कोहरे में भी विमान उड़ सकेंगे।
By Pradeep SrivastavaEdited By: Published: Wed, 17 Oct 2018 12:12 PM (IST)Updated: Wed, 17 Oct 2018 04:54 PM (IST)
गोरखपुर, (सतीश कुमार पांडेय)। गोरखपुर के लोग अब घने कोहरे में भी हवाई यात्रा कर सकेंगे। कोहरा अधिक होने पर भी यहां से विमान सेवा चालू रहेगी। एयरपोर्ट पर वीओआर (वेरी हाई फ्रीक्वेंसी ओमनी डायरेक्शनल रेंज) उपकरण चालू हो गया है। लंबे समय से इस उपकरण को लगाने की प्रक्रिया विचाराधीन थी। हर स्तर की जांच केबाद रक्षा मंत्रालय से अनुमति मिली है।
दिसंबर और जनवरी में कोहरे के कारण दृश्यता काफी कम होने से हवाई यात्रा ठप हो जाती है। विमान उतारने के लिए दृश्यता कम से कम 2000 मीटर होनी चाहिए। एयरपोर्ट के अधिकारी दो साल से इसके लिए प्रयत्नशील थे। रक्षा मंत्रालय से अनुमति मिलने के बाद एयरपोर्ट पर वीओआर लगाने का काम पूरा हो चुका है। अब 1000 मीटर की दृश्यता में ही विमान एयरपोर्ट पर उतरेगा और उड़ान भरेगा। एयरपोर्ट निदेशक बीएस मीणा बताया कि कोहरे में दृश्यता 2000 मीटर से कम होने की वजह से दिसंबर व जनवरी में गोरखपुर से दिल्ली के बीच हवाई यात्रा ठप रहती थी। नया इंस्टूमेंट लगने के बाद 1000 मीटर दृश्यता होने पर भी विमान आसानी से उतरेगा और उड़ान भरेगा।
28 अक्टूबर से बदलेगा शेड्यूल
गोरखपुर से दिल्ली के बीच इंडिगो, स्पाइस जेट और एयर इंडिया के तीन विमान रोजाना उड़ान भरते हैं। 28 अक्टूबर से विमान के आने और जाने का समय बदल जाएगा। एयरपोर्ट निदेशक ने बताया कि जल्द नया शेड्यूल जारी किया जाएगा।
कम दृश्यता में उतर जाएगा विमान
वीओआर (वेरी हाई फ्रीक्वेंसी ओमनी डायरेक्शनल रेंज) उपकरण लगाने से एयरपोर्ट पर दृश्यता बढ़ जाएगी। एयरपोर्ट पर कम दृश्यता में भी हवाई जहाज आसानी से उतर व उड़ान भर सकेंगे।
दिसंबर और जनवरी में कोहरे के कारण दृश्यता काफी कम होने से हवाई यात्रा ठप हो जाती है। विमान उतारने के लिए दृश्यता कम से कम 2000 मीटर होनी चाहिए। एयरपोर्ट के अधिकारी दो साल से इसके लिए प्रयत्नशील थे। रक्षा मंत्रालय से अनुमति मिलने के बाद एयरपोर्ट पर वीओआर लगाने का काम पूरा हो चुका है। अब 1000 मीटर की दृश्यता में ही विमान एयरपोर्ट पर उतरेगा और उड़ान भरेगा। एयरपोर्ट निदेशक बीएस मीणा बताया कि कोहरे में दृश्यता 2000 मीटर से कम होने की वजह से दिसंबर व जनवरी में गोरखपुर से दिल्ली के बीच हवाई यात्रा ठप रहती थी। नया इंस्टूमेंट लगने के बाद 1000 मीटर दृश्यता होने पर भी विमान आसानी से उतरेगा और उड़ान भरेगा।
28 अक्टूबर से बदलेगा शेड्यूल
गोरखपुर से दिल्ली के बीच इंडिगो, स्पाइस जेट और एयर इंडिया के तीन विमान रोजाना उड़ान भरते हैं। 28 अक्टूबर से विमान के आने और जाने का समय बदल जाएगा। एयरपोर्ट निदेशक ने बताया कि जल्द नया शेड्यूल जारी किया जाएगा।
कम दृश्यता में उतर जाएगा विमान
वीओआर (वेरी हाई फ्रीक्वेंसी ओमनी डायरेक्शनल रेंज) उपकरण लगाने से एयरपोर्ट पर दृश्यता बढ़ जाएगी। एयरपोर्ट पर कम दृश्यता में भी हवाई जहाज आसानी से उतर व उड़ान भर सकेंगे।
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