छात्र संख्या में गोलमाल करके पांच करोड़ का घोटाला
बस्ती जनपद के प्राइमरी स्कूलों में बच्चों की संख्या में गोलमाल कर पांच करोड़ रुपये का घोटाले का मामला सामने अाया है। विभाग ने इसकी जांच शुरू कर दी है।
गोरखपुर, (एसके सिंह)। बस्ती जनपद में परिषदीय स्कूलों में रखरखाव को मिले पांच करोड़ चाैरानबे लाख रुपये के बंदरबांट की कहानी इन दिनों बेसिक शिक्षा विभाग के दफ्तर में गूंज रही है। इस खेल को इतनी साफगोई से अंजाम दिया गया है कि कंधा गुरुजी का होगा और लाभ कोई और उठाएगा। सर्वशिक्षा अभियान के तहत स्कूलों में छात्रों की संख्या में हेरफेर कर सरकार को करोड़ों रुपये की चोट पहुंचाई गई है।
इसका खुलासा होते ही जिम्मेदार बचाव में जुट गए हैं। दरअसल पहली बार सर्वशिक्षा अभियान के तहत कंपोजिट स्कूल ग्रांट का भारी भरकम बजट जिलों को आवंटित किया गया। बस्ती जनपद के हिस्से में छह करोड़ की धनराशि आई। छात्र संख्या के आधार पर कंपोजिट स्कूल ग्रांट का धन आवंटित किया गया है। बस्ती जनपद में 1747 प्राथमिक विद्यालय हैं। इनमें चार करोड़ अड़तिस लाख रुपये भेजे गए हैं। जूनियर हाईस्कूलों की संख्या 639 है। इनमें एक करोड़ पचपन लाख रुपये की धनराशि अंतरित की गई है।
कंपोजिट स्कूल ग्रांट की पड़ताल की गई तो चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। शैक्षणिक सत्र वर्ष 18-19 में परिषदीय स्कूलों में ड्रेस वितरण पिछले सत्र की छात्र संख्या के आधार पर किया गया है। इसी छात्र संख्या के आधार पर ही कंपोजिट स्कूल ग्रांट का धन भी प्राथमिक और जूनियर हाईस्कूलों को दिया जाना था। धन के बंदरबांट को छात्र संख्या में हेरफेर कर बड़े घोटाले को अंजाम दिया गया है।
बानगी 1- प्राथमिक विद्यालय बहेरिया (सल्टौआ)
सर्वशिक्षा अभियान के तहत एक ही दफ्तर से दोतरफा नियम। स्कूल में ड्रेस देने की बारी आई तो छात्रों की संख्या 92 दर्शा दी गई। कंपोजिट स्कूल ग्रांट भेजते समय यहां स्कूल में छात्र संख्या 108 दर्शायी गई। 92 की संख्या के आधार पर स्कूल को रखरखाव मद में 25 हजार ही दिया जा सकता था। महज 16 छात्र संख्या बढ़ाकर स्कूल में 50,000 रुपये आवंटित किया गया। अस्सी फीसद यानी 40,000 रुपये स्कूल के खाते में अंतरित कर दिया गया है। स्कूल के प्रधानाध्यापक तफज्जुल हुसेन सिद्दीकी ने बताया स्कूल में 92 छात्र-छात्राओं में ड्रेस वितरित किया गया है। अब आगे आप खुद ही अंदाजा लगा सकते हैं।
बानगी 2-प्राथमिक विद्यालय बरईजोत (कुदरहा)
स्कूल में 41 छात्र-छात्राओं में ड्रेस वितरित किया गया। कंपोजिट स्कूल ग्रांट यानी रखरखाव मद में धन देने की बारी आई तो छात्र संख्या बढ़ाकर 107 दर्शा दी गई। इस तरह स्कूल में 12500 रुपये की जगह इस स्कूल को 50 हजार रुपये आवंटित कर दिया गया। स्कूल के खाते में 80 फीसद यानी 40,000 रुपये अंतरित कर दी गई है। प्रधानाध्यापक रविंद्र नाथ वर्मा ने बताया 41 छात्रों में ड्रेस वितरित किया गया है। कंपोजिट स्कूल ग्रांट के तहत कितना धन विद्यालय प्रबंध समिति के खाते में आया है। इसकी जानकारी नहीं है।
बानगी 3-प्राथिमक विद्यालय देवडाड़
स्कूल में 72 छात्र-छात्राओं में ड्रेस वितरित किया गया। जबकि कंपोजिट स्कूल ग्रांट की रकम 106 छात्र संख्या के आधार पर दी गई है। स्कूल को नियमत: 25,000 रुपये ही आवंटित किया जा सकता था लेकिन धन के बंदरबांट को छात्र संख्या बढ़ाकर 50 हजार आवंटित कर दिया गया। अस्सी फीसद यानी 40 हजार रुपये खाते में अंतरित कर दिया गया है। प्रधानाध्यापक भूपेंद्र कुमार ने बताया स्कूल में 70 छात्रों में ड्रेस वितरित किया गया है। कम्पोजिट फंड के बारे में पूछने पर बताया कि हमें इसकी जानकारी नहीं है।
स्कूलों को ऐसे दिया गया है कंपोजिट धन
छात्र संख्या अावंटित धन
1-14 12500 रुपये
15-100 25000 रुपये
101-250 50000 रुपये
251-1000 75000 रुपये
इन मदाें में खर्च करना है धन
स्वच्छता अभियान, अनुरक्षण कार्य, रंगाई पुताई, पेंटिंग कार्य, फर्स्ट एड बाक्स, अग्निशमन यंत्र, स्टेशनरी, टाट-पट्टी, रेडियो मरम्मत, सांस्कृतिक कार्यक्रम, इंटरनेट बिल, विद्युत उपकरण, बागवानी किट, शिक्षण सहायक सामग्री और पुरस्कार वितरण हेतु सामग्री।